Paschimanchal Electricity Distribution Corporation: सरकारी नौकरों ने रख लिए विभाग में अपने भी ‘नौकर’

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उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। यह समाचार उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग का है जहां सरकारी नौकरों ने विभाग के कार्य निपटने के लिए खुद के नौकर रख लिए हैं और खास बात यह है कि इनका विभाग से कोई लेना देना नहीं है।

उत्तर प्रदेश की बुलडोजर बाबा की सरकार से बदमाशों और गुंडो की रूह फना है लेकिन यह उत्तर प्रदेश का विद्युत विभाग है जहां योगी सरकार के ही आदेशों को कोई और नहीं बल्कि उनके अपने ही नौकर शाह ताक पर रखे हुए हैं। आप सोच रहे होंगे कि यह सब हवा हवाई है और सनसनी फैलाने का एक जरिया है लेकिन नहीं लव इंडिया अपनी पूर्व की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को कायम रखते हुए यह बता रहा है कि उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग में सरकारी नौकरशाहों ने अपने खुद के सरकारी काम को निपटने के लिए अपने निजी कर्मचारी (नौकर) रख लिए हैं।

जी हां, आप सही समझे हम उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग के उन कर्मचारियों की बात कर रहे हैं जो तपती दुपहरी में काम करने के बजाय आला अधिकारियों की सरपरस्ती में एसी कक्ष में बैठकर हुकुम चला रहे हैं। असल में उत्तर प्रदेश सरकार के विद्युत विभाग में जनरल मीटर टेक्नीशियन (जेएमटी) तैनात हैं। इनकी स्थाई नियुक्ति है। इनका काम अतिरिक्त लोड या कंप्लेंट की जांच के बाद सहायक अभियंता मीटर (एई मीटर) के आदेश पर मीटर को बदलना होता है अर्थात यह विवादित मीटर को उतरते हैं और उसके स्थान पर नया मीटर लगते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के राज में ऐसा हो नहीं रहा और विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से योगी सरकार की आंखों में धूल झोंकी जा रही है।

और ऐसा हो रहा है मुरादाबाद जिले में। यहां के सहायक अभियंता मीटर की मिली भगत से जनरल मीटर टेक्नीशियन जेएमटी यह सब कुछ कर रहे हैं जेएमडी खुद मीटर नहीं लगाने जाते बल्कि इन्होंने पैसा फैंकों तमाशा देखो की… तर्ज पर अपने गुर्गे लगाए हुए हैं। इसके तहत मुरादाबाद के दौलत बाग, सब डिवीजन टाउन हॉल सबडिवीजन पीटीसी, ट्रांसपोर्ट नगर सीतापुरी पीतल बस्ती राजकीय इंटर कॉलेज जीआईसी बुद्धि विहार और लोकोशेट आदि प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों में जब भी कोई कंप्लेंट पर या फिर अधिक भार पर सहायक अभियंता मीटर के आदेश पर मीटर बदल जाता है जो जेएमटी के बजाय उनके निजी कर्मी मीटर बदलते हैं। यही कारण है कि विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है।

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