मारपीट के विवाद में पुलिस पर आरोपों की सच्चाई क्या है आखिरकार…

Uttar Pradesh अपराध-अपराधी

लव इंडिया, मुरादाबाद। यह एक ऐसा मामला है जिसमें दो पक्षों में मारपीट के बाद पुलिस पर उंगूली उठाई जा रही है और वह भी कोई और नहीं बल्कि एक पक्ष की महिला ने लगाया है और इसका कहना है कि पुलिस ने पति व दो देवर ( इनमे एक देवर नाबालिग बताया जा रहा) को दो दिन से हिरासत में लिया हुआ है और छोड़ने की एवज में मोटी रकम मांगी जा रही है। दूसरी तरफ जयंतीपुर पुलिस चौकी इंचार्ज पवन मिश्रा का कहना है कि आरोप पूरी तरह निराधार है और रिपोर्ट भी दर्ज हो चुकी है, जांच-पड़ताल की जा रही है।

यह मामला मझौला थानाक्षेत्र के निकट मोती मस्जिद, अखबार फैक्ट्री, करूला का है। यहां के अदनान की बेगम सीमा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को 21 दिसंबर को भेजे पत्र में कहा है कि दो दिन पहले 19 दिसंबर की रात्रि 11:30 बजे मझोला थानाक्षेत्र के जयन्तीपुर पुलिस चौकी के इन्चार्ज पवन मिश्रा 10-12 सिपाहियों के साथ मारपीट कर घर में घुस आये और अदनान (पति) व खालिद ( देवर) व युसुफ ( देवर, जो नाबालिग है) को डंडों से मारपीट करते हुए जीप में डालकर मझोला थाने ले गये। जाते जाते घर में रखे पर्स में से पांच हजार रुपए व मोबाइल (सिम नंबर 7505805025 पड़ा है) भी ले गये।

इसी रात्रि 11 बजे उसके देवर रहमान पुत्र सुहेल निवासी सफेद कोठी जयन्तीपुर थाना मझोला जो अपनी पत्नी के साथ किराये के मकान में रहता है। उसके सामने वाले कमरे में इकराम नामक लड़का रहता है। उसकी देवरानी से इकराम ने छेडछाड़ की और अश्लील हरकतें करने लगा। रहमान के विरोध करने पर इकराम ने मारपीट करनी शुरू कर दी जिससे रहमान के सिर में चोटें आयीं और दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया और दोनो पक्ष जख्मी हो गये। देवर रहमान थाना मझोला झगड़े की शिकायत दर्ज कराने गया, जहां पर थाना मझोला पुलिस द्वारा उसका मेडिकल कराकर उसे भी रोक लिया है। साथ ही, मेरे पति अदनान और युसुफ, खालिद को भी थाना मझोला ने जबरदस्ती रखा हुआ है। जबकि देवर युसुफ 13 साल का बच्चा है।

सीमा की मानें तो उसका ससुर सुहेल भी रंजिश रखता है और पुलिस का खास मुखबिर है और शौहर अदनान व देवरों का दुश्मन है। प्रार्थिनी गरीब महिला है और कोई सहारा नहीं है। पुलिस इकराम से हमसाज हो गयी है और उसके कहने पर पति व देवरों को 19 दिसंबर से हिरासत में बन्द किये हुए हैं जबकि प्रार्थिनी के देवर रहमान के भी गम्भीर चोटें है जिसका मेडिकल पुलिस द्वारा कराया जा चुका है परन्तु अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है। साथ ही, इन्हें छोड़ने की एवज में दो लाख रुपये मांग की जा रही है।

↪️↪️आरोप पूरी तरह निराधार हैं। दोनों पक्षों में मारपीट हुई। घायल का मेडिकल कराया गया। रिपोर्ट हो चुकी है और जांच पड़ताल जारी है।

पवन मिश्रा, इंचार्ज, जयंतीपुर पुलिस चौकी , मुरादाबाद।

➡️➡️यह गंभीर तरह का मामला है। पुलिस ने नाबालिग को भी थाने में बैठा रखा है। मेडिकल कराने के रिपोर्ट दर्ज नहीं। इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। कल शुक्रवार को पीड़िता संग डीआईजी, मुरादाबाद से भी मिलेंगे।

आबिद रजा, सीमा की पैरवी करने वाले अधिवक्ता

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