‘साहब’ की मेहरबानी से फिर से खुल गया बिना पंजीकरण के ही सना हेल्थ केयर सेंटर
उमेश लव, मुरादाबाद। पाकबड़ा- डींगरपुर रोड स्थित सना हेल्थ केयर सेंटर स्वास्थ विभाग के बड़े साहब की मेहरबानी से फिर से खुल गया है। मालूम हो कि यह हॉस्पिटल 15 दिसंबर से पहले इसलिए सीज किया गया था क्योंकि इसमें झोलाछाप द्वारा लगाए गए इंजेक्शन से नवजात शिशु की मौत हो गई थी।
पाकबड़ा से डींगरपुर रोड की तरफ जाते वक्त सना हेल्थ केयर सेंटर है जो बेसमेंट में बना हुआ है। इसमें सिर्फ मरीज ही नहीं देखे जाते बल्कि मरीजों के ऑपरेशन तक किए जाते हैं और जच्चा-बच्चा की डिलीवरी और ऑपरेशन तो यहां आम बात है और इस सब में सबसे खास बाकी है कि यह सना हेल्थ केयर सेंटर कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं चला रहा बल्कि एक झोलाछाप डॉक्टर रिजवान अहमद चला रहा है जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के जिम्मेदाराना अप्सरान की कृपा बनी हुई है।
यही कारण है कि यह अस्पताल एक नवजात बच्चे की मौत के बाद फिर से खुल गया है जबकि सना हेल्थकेयर को 15 दिसंबर 2022 से पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एमसी गर्ग के आदेश पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव बेलवाल ने सीज कर दिया था और पाकबड़ा थाने में सना हेल्थ केयर के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी लेकिन इस रिपोर्ट में भी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी में कृपा बरसा दी थी और झोलाछाप डॉक्टर रिजवान अहमद को बचाते हुए यह रिपोर्ट दर्ज कराई थी इसमें सना हेल्थ केयर कंपाउंडर को आरोपित बना दिया गया था जबकि पूरे मामले से इस कंपाउंडर का कोई लेन-देन नहीं था।
फिलहाल सना हेल्थ केयर सेंटर फिर से खुल गया है और इसमें अब मरीज भी भर्ती हो रहे हैं लेकिन यह हेल्थ केयर सेंटर कैसे खुल गया इसका जवाब देने में स्वास्थ विभाग के आला अधिकारी भी अपनी गर्दन बचाते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि सना हेल्थ केयर सेंटर का अभी भी पंजीकरण नहीं हुआ है और ना ही इस हेल्थ केयर सेंटर में प्रशिक्षित स्टाफ है। ऐसे में यहां कभी भी पहले जैसी अनहोनी हो सकती है।
और यह है पुराना पूरा मामला
पाकबड़ा के एक अवैध हॉस्पिटल में फिर से गलत इंजेक्शन लगाने से नवजात शिशु की मौत हो गई। ये हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी पर बिना पंजीकरण के संचालित था। मौत की खबर सुनकर हॉस्पिटल के बाहर लोगों से काफी देर तक हंगामा किया। झोलाछाप डाक्टर और स्टाफ मौके से फरार बताए जा रहे है। पाकबड़ा के अवैध अस्पतालों में महिलाओं और बच्चों की मौतों की घटनाएं बादस्तूर जारी है। अब नया मामला पाकबड़ा- डिगरपुर स्थित सना हेल्थ केयर का सामने आया है। जहां पर एक गर्भवती महिला नूर जहां पत्नी आलम निवासी पाकबड़ा ने डिलीवरी के दौरान बच्चे को जन्म दिया।
हेल्थ केयर से अगले दिन जच्चा बच्चा को सेंटर से डिस्चार्ज भी सुरक्षित कर दिया गया। लेकिन दूसरे नवजात शिशु की हालत बिगड़ी तो एक झोलाछाप डाक्टर ने हॉस्पिटल में गलत इंजेक्शन लगा दिया। जिस कारण उसकी मौत हो गई। परिजनों ने मौत की खबर सुनकर हॉस्पिटल में हंगामा किया तो स्टाफ और डाक्टर फरार हो गए। जांच में ज्ञात हुआ कि ये हेल्थ केयर बिना पंजीकरण के एक झोलाछाप डाक्टर चला रहा था जिसका नाम रिजवान बताया जा रहा है।
इस अवैध हॉस्पिटल में नार्मल और ऑपरेशन से अधिकांश गर्भवती महिलाओं के केस किये जाते थे। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस अवैध हॉस्पिटल को कब सील करके फिर अन्य हॉस्पिटलों की तरह रिश्वत लेकर खोल दिया जाएगा। क्योंकि आजकल सीएमओ दफ्तर में अवैध अस्पतालों को सील करके दो दिन के बाद पुनः खोलने की मौखिक अनुमति देने का खेल बड़े स्तर पर चल रहा है।