भाजपा 15 अगस्त तक जारी कर सकती है नए जिलाध्यक्षों की सूची
भारताय जनता पार्टी जल्द ही अपने जिलाध्यक्षों की सूची 15 अगस्त तक जारी कर सकती है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर सभी क्षेत्रों में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। पार्टी अच्छी कार्यशैली और साफसुथरी छवि वाले नेताओं को फिर से मौका दे सकती है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने में पेंच फंस गया है।
प्रदेश नेतृत्व को आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिलाध्यक्षों की नियुक्त को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक मंथन करना है। विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा के 98 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्ष बदलने की चर्चा चल रही है। पार्टी ने जुलाई में सभी जिलों में पर्यवेक्षक भेजकर जिलाध्यक्षों कीनियुक्ति के लिए पैनल तैयार कराया है। प्रत्येक जिले के पैनल में तीन से चार प्रमुख दावेदारों के नाम हैं। पैनल पर अभी तक क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ मंथन नहीं हुआ है।
प्रदेश में उच्च स्तर पर हुए मंथन में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी छह क्षेत्रों में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाना प्राथमिकता है। अगड़ी, पिछड़ी और दलित वर्ग की सभी जातियों के साथ महिलाओं को प्रतिनिधित्व भी देना है। जिन जिलाध्यक्षों के दो से तीन कार्यकाल पूरे हो गए हैं उनका हटना तय है। लेकिन जिन्हें विधानसभा चुनाव से पहले ही मौका मिला था या जिनका एक ही कार्यकाल पूरा हुआ है उन्हें छवि और कार्यशैली के अनुसार दूसरा मौका मिल सकता है। आगामी सप्ताह में जिलाध्यक्षों की तैनाती को लेकर प्रदेश स्तर पर सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों और क्षेत्रीय प्रभारियों के साथ चर्चा होगी। उसके बाद भाजपा की कोर कमेटी में भी पैनल प्रस्तुत किया जाएगा।