स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में खुला एवन हेल्थ केयर सेंटर
लव इंडिया, मुरादाबाद। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में सूरजननगर में एक ओर अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित होने का मामला प्रकाश में आया है। जिसके संचालक दो झोलाछाप डाक्टर बताए जा रहे है। इस अवैध सेंटर पर विभिन्न प्रकार के ऑपशन और नार्मल डिलीवरी की सुविधा है।
मिली जानकारी से ज्ञात हुआ कि सूरजननगर स्थित ईदगाह गेट के सामने श्योहारा रोड़ पर एवन हेल्थ केयर सेंटर बिना पंजीकरण के संचालित है। जिसके संचालक डाॅक्टर राशिद और डाॅक्टर फरियाज बताए जा रहें है। दोनों ही झोलाछाप डॉक्टरों ने पहले ठाकुरद्वारा के एक निजी अस्पताल में कम्पाउंडरी का अनुभव लेकर ये मौलाना इफ्तिखार के मकान में किराए पर 10 बैडों का सेंटर खोला है, जहां पर विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन और नार्मल डिलीवरी की सुविधा मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों की निगरानी में दी जा रही हैं। गर्भवती महिलाओं की नार्मल डिलीवरी और सिजेरियन यहां बड़े पैमाने पर बाहरी टेक्नीशियन आकर कर रहे है।
ऐसा नही है कि इस अवैध हेल्थ केयर की जानकारी नोडल अधिकारी डाॅ. संजीव बेलवाल को नहीं है। सबकुछ जानकर भी साहब अंजान है, क्योंकि इस अवैध सेंटर को बिना पंजीकरण संचालित कराने वाले डाॅ. राजकमल बताए जा रहे हैं। जब इस संबंध में राजकमल से फोन पर उनका पक्ष जानना चाहा तो बताया गया कि जो भी जानकारी चाहिए सीएमओ कार्यालय से लें।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस अवैध सेंटर को स्वास्थ्य विभाग का संरक्षण हासिल है। तभी तो बिना पंजीकरण के स्वास्थ्य विभाग के आर्शीवाद से झोलाछाप डाॅक्टर राशिद मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। इतना ही नही, एक महिला चिकित्सक खुद को स्त्री रोग विशेषज्ञ बताकर गर्भवती महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है यह झोलाछाप महिला डॉक्टर गर्भपात कराने में माहिर है।
इस संबंध में जब सेंटर संचालक राशिद से फोन पर उनका पक्ष जाना तो उन्होंने बताया कि सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन के लिए डा. शुभम चौधरी की डिग्री पर ऑनलाइन आवेदन कर दिया गया है। जो मूल रुप से बिजनौर के रहने वाले है। उन्होंने ये भी बताया कि इस अस्पताल के स्वामी डाॅ. राजकमल है। इन्ही के कहने पर मैं इस सेंटर की मॉनिटरिंग करता हूं, 1 मार्च को जिन मरीजों के ऑप्रेशन किये गए है, उनके लिए ऑनकाल डाॅक्टर और एनेस्थीसिया को बुलाया गया था। नाम पूछने पर बताया कि डा. स्वेता और एनेस्थीसिया डा. जैन के द्वारा ऑप्रेशन कराए गए है।
उधर, सीएमओ डाॅ. एमसी गर्ग से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि समय समय पर अस्पतालों की चैंकिग की जाती है अवैध अस्पतालों को सीज कर संचालक के खिलाफ मुकदमा भी लिखाया जाता है, यदि इसका पंजीकरण नही है तो जल्द इसको सील कर संचालकों के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी। किसी भी हाल में बिना पंजीकरण के अस्पतालों को संचालित नही होने दिया जाएगा।