मायावती का मंच से एलान, सरकार बनी तो ‘पश्चिमी यूपी’ होगा अलग राज्य
लव इंडिया मुजफ्फरनगर। रविवार को बसपा सुप्रीमो ने मुजफ्फरनगर में जीआइसी के खेल मैदान पर चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बसपा ने प्रदेश में चार बार शासन किया लेकिन कभी भी जातीय अथवा सांप्रदायिक संघर्ष नहीं होने दिया। जबकि सपा और भाजपा के शासन में भाईचारा समाप्त हुआ है। जाट और मुस्लिम को आपस में लड़ाकर नफरत पैदा की गई।
बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि सपा के शासन से ही उत्तर प्रदेश और खासकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाईचारा समाप्त हुआ, जबकि बसपा के शासन काल में कभी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। कांग्रेस और भाजपा की नीतियां पूंजीपतियों का भला करने वाली हैं, इनके एजेंडा में दलित, आदिवासी और वंचित नहीं हैं।
मायावती ने पश्चिम यूपी में लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर अपनी सोशल इंजीनियरिंग भी समझाई और कहा कि मुजफ्फरनगर में प्रजापति, बिजनौर में जाट, कैराना में राजपूत, सहारनपुर में मुस्लिम को टिकट दिया गया है, जिसमें सर्व समाज को प्रतिनिधित्व दिया है। इसके मीरापुर के पूर्व विधायक मौलाना जमील को उत्तराखंड के हरिद्वार से प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा बसपा सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने पर पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने का ठोस प्रयास किया जाएगा।