हनुमान जी के सिद्धबली धाम को जाने वाले कोटद्वार रेलवे-स्टेशन का होगा पुननिर्माण
लव इंडिया, मुरादाबाद। भारतीय रेलवे के रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए हाल ही में अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई है। यह योजना दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निरंतर आधार पर स्टेशनों के पुनर्विकास की परिकल्पना करती है। मण्डल रेल प्रबंधक राज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में मण्डल का गति शक्ति यूनिट अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत मुरादाबाद मण्डल में रेलवे स्टेशनों के पुनर्निर्माण पर कार्य कर रही है I
उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मण्डल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक/ कोचिंग सुधीर सिंह ने बताया कि शीघ्र ही अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भव्य कोटद्वार का निर्माण किया जायेगा I इसमें स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/ एस्केलेटर, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी सुविधाओं में सुधार के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और चरणों में उनका कार्यान्वयन शामिल है। प्रत्येक स्टेशन पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठक के लिए नामांकित स्थान, भूनिर्माण आदि जैसी योजनाएं शामिल हैं।
उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मण्डल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक/ कोचिंग सुधीर सिंह ने बताया कि इस योजना में इमारत में सुधार, स्टेशन को शहर के दोनों तरफ से एकीकृत करना, मल्टी-मॉडल एकीकरण और दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, आवश्यकता के अनुसार टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, चरणबद्धता और व्यवहार्यता और स्टेशन पर सिटी सेंटर का निर्माण शामिल है। दीर्घकालिक इस योजना के तहत, भारतीय रेलवे के उन्नयन/आधुनिकीकरण के लिए 1309 स्टेशनों की पहचान की गई है। कोटद्वारस्टेशन इस योजना के तहत चिन्हित स्टेशनों में से एक है।
उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मण्डल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक/ कोचिंग सुधीर सिंह ने बताया कि शहर पर शुरुआत में महान अशोक के अधीन मौर्य साम्राज्य का शासन था, उसके बाद कत्यूरी राजवंश और फिर गढ़वाल के पंवार राजवंश का शासन था। गोरखाओं ने कोटद्वार पर लगभग 12 वर्षों तक शासन किया, जिसके बाद अंग्रेजों ने उन्हें हरा दिया और क्षेत्र पर अधिकार कर लिया। अंग्रेजों द्वारा स्थापित कोटद्वार रेलवे स्टेशन भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है। गढ़वाल का प्रवेश द्वार होने के कारण इसका उपयोग गढ़वाल से लकड़ी के परिवहन के लिए किया जाता था।
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशन पर सुविधा की योजना :-
1. यातायात संचालन में सुधार और परिसंचरण क्षेत्र का सौंदर्यीकरण।2. प्रवेश द्वार का प्रावधान I3. साइनेज स्थापित करना I4. सार्वभौमिक आवाजाही के लिए स्पर्शनीय टाइल्स, रैंप और लिफ्टों का प्रावधान।5. दिव्यांगजन शौचालय सुविधाओं का प्रावधान।6. अग्रभाग एवं उन्नयन कार्यों में सुधार।7. एग्जीक्यूटिव लाउंज का प्रावधानI8. एसी वेटिंग हॉल का प्रावधान I9. नए शौचालय ब्लॉक का प्रावधान (पुरुष और महिला )10. पार्किंग क्षेत्र का प्रावधान I11. प्लेटफार्म का पुनःसतहीकरण।12. प्लेटफार्म आश्रयों का प्रावधान I