पोस्ट कोविड फार्मा हैल्थ केयर सेक्टर में करियर का जलवा

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खास बातें

फार्मा और हैल्थकेयर सैक्टर में ही 36 प्रकार के जॉब्स के आप्शंसछात्र लिंकडिन पर गुजारें ज्यादा से ज्यादा वक्तः मानस रंजन राउतनर्सिंग, फार्मेसी, पैरामेडिकल, फिजियोथेरेपी के छात्रों ने की शिरकत स्टुडेंट्स ने सीईओ श्री राउत से करियर को लेकर सवाल भी पूछेनिदेशक विनीत नेहरा ने छात्रों को बताया सीआरसी का महत्व

लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में कारपोरेट रिसोर्स सेन्टर-सीआरसी की ओर से आयोजित गेस्ट लेक्चर सीरीज के दूसरे व्याख्यान ऐक्सिलटेटिंग करियर इन फार्मा एंड लाइफसाइंस विद चेंजिंग मार्किट डायनामिक्सः पोस्ट कोविड इम्पैक्ट पर काग्नीट्रैक्स कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री मानस रंजन राउत बोले, छात्र-छात्राओं को आज अपने आपको हर क्षेत्र से जोड़कर देखना होगा। नयी संभावनाओं को खोजना होगा, जिससे भविष्य की सारी राहें खुल सकें। किसी भी क्षेत्र में आपकी एजुकेशन सार्थक हो सकें। फार्मा और हैल्थकेयर सेक्टर में ही अकेले 36 प्रकार के करियर आप्शंस उपलब्ध हैं, जिसमें प्रमुखतः हर कंपनी में व्यापार प्रबंधन की कुशलताएं उपलब्ध प्रोडक्टस या सर्विसेज की सही मार्केटिंग, स्ट्रेटजी, मेकिंग ब्रांड प्रमोशन, कस्टमर केयर और कस्टमर सेटिस्फेक्शन, रिसर्च एंड डवलपमेंट, न्यू प्रोडक्टस लाॅच और मार्केट एक्सेपटेंस की स्टडीज-डिजिटल प्रमोशन आदि की प्रमुखता से आवश्यकता है।

इससे पूर्व सीआरसी के निदेशक श्री विनीत नेहरा ने बुके देकर सीईओ श्री मानस रंजन राउत का स्वागत किया। इस अतिथि व्याख्यान में पैरामेडिकल, फार्मेसी, नर्सिंग और फिजियोथेरेपी के 350 से अधिक स्टुडेंट्स ने शिरकत की। दो घंटे तक चले इस अतिथि व्याख्यान में सवाल-जवाब का दौर भी चला। श्री राउत ने कहा कि भारत की कोई ऐसी फार्मा कंपनी नहीं हैं, जहां तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के छात्रों को प्लेसमेंट के अवसर न मिल सकें। यह विश्वविद्यालय के मेडिकल और हैल्थकेयर सेन्टर में भविष्य बनाने के छात्रों के लिए वरदान हैं। हमारे बीफार्मा, एमफार्मा, नर्सिंग, पैरामेडिकल और फिजियोथेरेपी के छात्र-छात्राएं मार्केट की बढ़ी हुई आवश्यकताओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। उपलब्ध हर अवसर का भरपूर लाभ लेने का दायित्व छात्र-छात्राओं का है। हैल्थकेयर सेक्टर की बारीकियों को और अनगिनत अवसरों को सिरे से समझने की नितान्त आवश्यकता है। कोविड-19 के बाद बदलते हुए परिवेश में दुनिया का हैल्थकेयर सिस्टम बदल गया हैं। भारतवर्ष दुनिया का तीसरा बड़ा उत्पादक देश है। अतः इससे जुड़े सभी व्यवसायों में करियर के अनगित अवसर उपलब्ध हैं।

उदाहरण के तौर पर हैल्थकेयर डिवाइसेज, प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की सेल्स एण्ड मार्केटिंग, एडमिनिस्ट्रेशन, ह्यूमन रिसोर्सेज, मेडिकल रेगुलेटरी, क्लिनिकल रिसर्च, ट्रेनिंग एंड डवलपमेन्ट, लीगल और पेटेंट्स, सेल्स फोर्स मैनेजमेंट, पब्लिकेशंस, मार्केट रिसर्च, पॉलिसी मेकिंग, प्रोडक्शन एंड मैन्यूफैक्चरिंग, डिजिटल मार्केटिंग, हैल्थकेयर, एजुकेशन और अन्य क्षेत्र में थोड़ी एक्स्ट्रा स्किल सीखकर करियर में चमत्कार किया जा सकता है।

श्री राउत ने सलाह दी, स्टुडेंट्स अपने सब्जेक्ट स्किल्स और फंडामेंटल्स को मजबूत करें कम्युनिकेशन स्किल्स को बढ़ाए क्योंकि आजकल इसकी बड़ी अहमियत है नए आइडियाज को क्रियान्वित करें और डिजिटल दुनिया के साथ तालमेल के साथ फोकस करें। कोविड के बाद का वक्त हैल्थकेयर रिसर्च का है। श्री राउत ने कहा कि आज हर सेक्टर में आई.टी. से जुड़ी तकनीक की भारी मांग है। अपने बेसिक हैल्थकेयर कोर्स के प्रति नजरिया स्पष्ट रखें। कम्युनिकेशन स्किल्स पर खास ध्यान दें। आज के दौर में कम्युनिकेशन स्किल्स का जौब्स में अति महत्वपूर्ण रोल है, इसीलिए इसे बेहद स्ट्रोंग रखें। हमेशा इंनोवेटिव रहो। सजग रहो। वैश्विक परिवेश में तेजी से बदलाव आ रहा है-रिलायंस, टाटा, स्टेट बैंक सरीखी बड़ी कम्पनियां पूरी दुनिया के व्यापार करते को मेडिकल कॉलेबोरेशंस की ओर बढ़ रही हैं।

युवाओं से उन्होंने कहा, वे लिंकडिन के प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा वक्त गुजारें और नयी संभावना तलाशें। इससे पूर्व सीआरसी के निदेशक श्री नेहरा ने न केवल सीईओ श्री राउत का इन्ट्रो दिया, बल्कि सीआरसी के महत्व पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर सीआरसी के सहायक निदेशक श्री आकाश भटनागर, श्री सिद्धार्थ दहिया, श्री दानिश रहमानी आदि ने भी छात्र-छात्राओं को मोटिवेट किया।

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