नशे के चलते दाने दाने के लिए परेशान मजदूर ने खाने मिलाया नशीला पदार्थ, पत्नी और बच्चों की हालत बिगड़ी

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लव इंडिया मुरादाबाद। डिलारी थानाक्षेत्र के एक गांव में दाने-दाने को मोहताज हुए परिवार के मुखिया ने खतरनाक कदम उठाया और परिवार का खात्मा करने के लिए पत्नी और बच्चों के खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। भोजन करने के बाद सबकी हालत बिगड़ गई तो जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

राशन कार्ड भी नहीं है मजदूर अर्जुन के परिवार का

गांव ईलर निवासी मजदूर अर्जुन (40) की शादी करीब साल पहले शकुंतला के साथ हुई थी। अर्जुन को शराब का लत होने के कारण पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता रहता है। इस दौरान दोनों के पांच बच्चे हुए जिसमें बेटी अब शादी के लायक हो चली है। मजदूरी नहीं मिलने से घर में रोटी का संकट गहराने लगा है। बकौल, शकुंतला-घर में गरीबी का साया है और हमारे पास राशन कार्ड भी नहीं है। हालत यह है कि महीने में कई बार बच्चों को भूखे रहना पड़ता है। बड़ी लड़की राखी 16 बरस की है और लोग शादी करने की बात करने लगे हैं। शंकुतला के मुताबिक सोमवार को बच्चे भूखे और घर में आटा नहीं था। बच्चों की भूख में बर्दाश्त नहीं कर सकी और मैने पड़ोसियों से आटा मांगा और आलू की सब्जी बनाई थी। उसके बाद दवा लेने चली गई। उसी समय अर्जुन ने सब्जी में नशीला पदर्थ मिला दिया। शंकुतला ने बताया कि अर्जुन शराब पीने का लती है नशे के लिए आए दिन मारता पीटता रहता है।

पड़ोसियों से लाई आटा तब बनाई बच्चों के लिए रोटी

शंकुतला ने बताया कि उसके बेटे देवराज ने नशीला पदार्थ मिलाते देख लिया था। जब वह घर आई तो उसने बताया भी, लेकिन मैने बच्चे की बात को अनुसुना करके सभी को खाना परोस दिया और स्वयं भी खाया। खाना खाने के बाद सभी लोग बेहोश हो गए। इस बीच उसका पड़ोसी घर आया था उसने देखा तो शोर मचाकर लोगों को एक त्र किया। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। परिवार को डिलारी के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल लाया गया। बहरहाल, सुबह तक सभी की हालत में सुधार होने पर घर भेज दिया गया। बेसुध होने वालों में शंकुतला समेत 10 वर्षीय लक्ष्मी, आठ वर्षीय रानी, छह वर्षीय देवराज व चार वर्षीय किरण शामिल रही। पुलिस चौकी जलालपुर इंचार्ज मोहित काजला ने गांव से परिवार को अस्पताल भेजा था। थाना प्रभारी डिलारी सुनील कुमार ने बताया कि घटना से जुड़ी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।

इसके बाद भी सच्चाई जानने की कोशिश किसी विभाग के कर्मचारी ने नहीं की है। फिलहाल अर्जुन घर से गायब बताया जा रहा है। देखना है कि अब इस गरीब परिवार का राशन कार्ड बनता है अथवा नहीं। याद रहे कि मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने गरीबों का मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए सख्त हिदायत दी हुई है।

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