सपा नेता आजम ने छोड़ा समाजवादी पार्टी का दामन
संजीव गुप्ता, लव इंडिया, संभल। हमेशा अपने काम और अलग इरादों से चर्चित रहने वाले उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ समाजवादी पार्टी के नेता आजम कुरैशी ने एक बार फिर से सियासत में हड़कंप मचा दिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने को खुद से समाजवादी पार्टी से अलग किए जाने का ऐलान किया और इस बात की पुष्टि कर दी कि वह जल्दी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष हाजी आजम कुरैशी को संभल जिले में ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में लोग अलग सियासत के लिए जानते हैं क्योंकि हाजी आजम कुरैशी के फैसले ऐसे होते हैं कि राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा देते हैं ऐसा ही कुछ इस बार उन्होंने किया है मौजूदा समय में हाजी आजम कुरैशी समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं और लोग उन्हें समाजवादी पार्टी का वरिष्ठ नेता भी मानते हैं क्योंकि जिस वक्त उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन संभाला था तो लोगों को यकीन नहीं था।
इस बीच लगभग दो महीने से आजम कुरैशी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से कई मुलाकात कर चुके थे तो यह चर्चा आम हो रही थी कि कहीं ना कहीं दाल में काला है और आजम कुरेशी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इसको लेकर कई बार उनका डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के साथ फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर हुए थे।
लेकिन वह कभी खुलकर सामने नहीं आए और ना ही उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर हो रही इस मुलाकात का समर्थन किया और ना ही विरोध और खुद ही मूकदर्शक बने रहे लेकिन सोमवार को उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष हाजी आजम कुरैशी ने पत्रकार वार्ता आयोजित की और यह कहकर अपने इरादे जगजाहिर कर दिए कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सिर्फ ट्विटर पर ट्वीट का खेल खेल रहे हैं और ऐसे में समाजवादी पार्टी में रहने का कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए भविष्य की रणनीति पर चुप्पी साध ली लेकिन इसी के साथ राजनीतिक गलियारों में हाजी आजम कुरैशी ने यहां वहां की चिंगारी की चर्चाओं को जन्म दे दिया क्योंकि किसी दौर में वह बहुजन समाज पार्टी में थे और मायावती के बेहद करीबी रहे हैं और ऐसे में उनके बहुजन समाज पार्टी में लौटने की संभावना ना के बराबर है क्योंकि मौजूदा दौर में उत्तर प्रदेश में बहुजन समाजवादी पार्टी का कोई जनाधार नहीं है और इसी के चलते यह चर्चाएं आम हैं कि किसी भी वक्त हाजी आजम कुरेशी भगवा रंग में रंगे नजर आ सकते हैं अर्थात वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।