मेरठ में फिर गरजे बुलडोजर: फोरलेन चौड़ीकरण के लिए एनएचएआई ने पुलिस फोर्स की मौजूदगी में की कार्रवाई
मेरठ के गंगानगर में मंगलवार को एनएचएआई के अधिकारियों ने मवाना रोड पर किसानों से जमीन का कब्जा लिया। किसान पिछले कई माह से कब्जा ना देकर विरोध कर रहे थे। मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान एनएचआई की टीम भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और कार्रवाई कराई। इस दौरान टीम को किसानों का हलका विरोध भी झेलना पड़ा।
दरसल मवाना रोड एनएच 119 पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए सड़क के दोनों ओर प्रशासन द्वारा जमीन एक्वायर की गई थी। पूर्व में अधिकृत किए गए जमीन के ज्यादातर हिस्से पर प्रशासन ने कब्जा ले लिया था, लेकिन सैनी, सलारपुर, राजपुरा गांव में कुछ किसानों ने कब्जा नहीं दिया।
किसानों का आरोप है कि उन्हें तय सर्किल रेट से बेहद कम मुआवजा दिया जा रहा है। ज्यादातर जमीन व्यवसायिक क्षेत्र में आती है जबकि मुआवजा कृषि भूमि के अनुसार दिया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: चिल्लाते रहे मासूम: नहीं पसीजा विनोद का दिल, पत्नी की गर्दन पर किए ताबड़तोड़ वार, थाने जाकर बोला- पूनम को मारकर आया हूं, गिरफ्तार कर लो
किसानों ने एडीएम एलए पर विधि अनुसार मुआवजा देने ना देने का आरोप लगाया। मंगलवार सुबह एनएचएआई के अधिकारी, एसडीएम सदर व भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। लगभग आठ से ज्यादा बुलडोजर की मदद से किसानों के मकान व दुकानों को तोड़ दिया गया।
इस दौरान कुछ किसानों ने विरोध किया, जिन्हें पुलिस ने थाने में ले जाकर बिठा दिया। किसानों ने एसडीएम सदर से भी उचित मुआवजा न मिलने की शिकायत की।
दरअसल किसान व एनएचएआई अधिकारियों के बीच का मामला माध्यस्थम न्यायालय में चल रहा है, किसानों के अनुसार मामले में सुनवाई हो चुकी है लेकिन आर्बिट्रेटर द्वारा अवॉर्ड दिया जाना बाकी है। किसानों का आरोप है कि अवॉर्ड आने से पूर्व ही अधिकारियों ने जबरन कब्जा ले लिया।
दोपहर के समय कैंट विधायक अमित अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे उन्होंने कहा कि सभी किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए किसी भी किसान की जमीन बगैर मुआवजा दिए एक्वायर नही की जानी चाहिए।