गैंगरेप पीड़िता आत्महत्या के मामले में विवेचक के बाद थाना प्रभारी पर गिरी गाज
संभल में गैंगरेप पीड़िता के द्वारा आत्महत्या करने का मामला। मुकदमे के विवेचक दरोगा पर कार्यवाही के बाद अब थाना प्रभारी अजीत सिंह पर गिरी गाज। घटनास्थल पर पीड़ित परिवार के बयान लेने के बाद डीआईजी शलभ माथुर ने थाना प्रभारी अजीत सिंह को किया निलंबित। कार्यवाही में लापरवाही मिलने से नाराज डीआईजी ने की कार्यवाही। मृतक किशोरी के परिजनों ने थाना पुलिस पर लगाए थे लापरवाही के आरोप।
पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आज मौके पर पहुंचे थे डीआईजी शलभ माथुर और डीएम मनीष बंसल। मुकदमे के विवेचक दरोगा अनिल कुमार को बीते दिन किया जा चुका है निलंबित। कुढ़फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के अटवा गांव का मामलासम्भल। गैंगरेप पीड़िता सुसाइड केस में डीआईजी ने पुलिस की लापरवाही मानी है।
डीआईजी आज पीड़िता के घर पहुंचे हैं उन्होंने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है केस के io के सस्पेंशन के बाद मामले में ये दूसरी कार्रवाई है। आठ की नाबालिग छात्रा से गैंगरेप हुआ पुलिस ने चालीस दिन तक अभियुक्तों को खुला विचरण करने की छूट देकर पाक्सो एक्ट एवं रेप जैसे वीभत्स केस का मजाक उड़ाया। यही नहीं अभियुक्त पीड़िता के परिवार को फैसला करने की धमकी देते रहे पुलिस पर फैसले को धमकाने का आरोप है।
न्याय न मिलने से आहत पीड़िता ने सुसाइड कर लिया. हालांकि पूरे केस में पुलिस पर गंभीर आरोपों की झड़ी है। जिसके बाद डीआईजी शलभ माथुर, डीएम और एसपी आज इस गांव में पहुंचे हैं। डीआईजी ने थानाध्यक्ष अजीत सिंह को सस्पेंड कर तेजी से विवेचना कर दोषियों को जल्द सजा दिलाने की बात कही है।