बेहतरी के लिए खलील उल उलूम जूनियर हाईस्कूल छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के सुझावों पर अमल करेगा

Uttar Pradesh शिक्षा-जॉब

लव इंडिया, संभल। शनिवार को खलील उल उलूम जूनियर हाईस्कूल,रायसत्ती संभल में द्वितीयः शिक्षक अभिभावक संघ की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। स्कूल में पढ़ाई करने वाले सभी बच्चों के माता-पिता बहुत ही जोशो खरोश के साथ स्कूल के इस कार्यक्रम में शामिल हुए और स्कूल की बेहतरीन तरक्की के लिए नित्य नए सुझाव दिए। इन सभी प्रकार के सुझावों को स्कूल प्रबंधक कमेटी ने आगे लागू करने का इरादा किया है।

Khalil Ul Uloom Junior High School will implement the suggestions of parents of students for betterment

इसमें सबसे महत्वपूर्ण है विद्यार्थियों की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, विद्यालय में उचित अनुपात में शिक्षक अभिभावक संघ की बैठकों का आयोजन बच्चों के काउंसलिंग के लिए एक स्पेशल सेशन स्कूल के प्रिंसिपल जनाब जुनैद इब्राहीम के नेतृत्व में आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न कक्षा अध्यापकों ने प्रत्येक अभिवावक अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए और और भारत सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 के तीन साल पूरे होने की जानकारी अभिवावक को दि गयी, और उनको बताया गया की यह शिक्षा नीति बच्चो के विकास मे एक नया कृतिमान स्थापित करने के लिए अग्रसर हैं।

विगत रहे कि विद्यालय मे यह बैठक इसलिए भी गयी थी कि शिक्षक अभिभावक संघ को इस सत्र में स्कूल के अंदर हेड ब्वॉय और हेड गर्ल का चयन कि प्रक्रिया की सूचना सब को दी जा सके, 76वां स्वतंत्रता दिवस के लिए की जा रही तैयारी को को भी अंतिम रूप दिया गया,हिंद इंटर कॉलेज के पूर्व लेक्चरर श्री मकसूद अल हसन ने बताया कि अभिभावक परिषद की बैठकमें विद्यार्थियों के स्थानीय परीक्षा, यथा PT1, अर्द्ध वार्षिक परीक्षा एवं वार्षिक परीक्षा के परिणाम के बाद में आने वाली अमावस्या को आयोजित की जाये, जिससे विद्यार्थी के परिणाम पर भी विचार विमर्श हो सके।

मौलाना राहत अज़ीज़ी ने अभिभावक शिक्षक संघ के कार्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की विद्यालय की नीतियों पर परामर्श देना। विद्यालय अनुशासन से संबंधित विषयों पर चर्चा का आयोजन करना। माता-पिता को बच्चों के विद्यालय के साथ अधिक शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना।

परीक्षा परिणाम को अभिभावकों तक पहुंचाना, विद्यालय के प्रधानाचार्य जुनैद इब्राहिम ने बताया की माता-पिता, शिक्षक और बच्चे की साझेदारी स्कूली प्रक्रिया को समृद्ध और प्रभावी बनाती है। यूनेस्को के अनुसार, “माता-पिता अपने बच्चों के पहले शिक्षक होते हैं”। उनका सहयोग बच्चे की पढ़ाई और विकास को प्रभावित करता है। एक सफल अभिभावक के सहयोग के लिए, आपको शिक्षकों के साथ निरंतर बातचीत करने की आवश्यकता होती है, परीक्षा में बालिकाओं को तनाव मुक्त रखने एवं अच्छी तैयारियों के लिए प्रेरित करने के लिए संवाद हुआ।

कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल प्रबंधक हाजी शरियातुल्ला साहब (पूर्व विधायक) बाबू जी असरार साहब, नसीम साहब उरूज आलम विद्यालय के सभी अध्यापक गण मोहम्मद फैजान सैफी, मौलाना फैजान सना, इलमा, माहेनूर,मंतशा शगुफ्ता, नाजिया, दयाना आजम, फातिमा,अक्सा,खुशनुमा और नगमा के साथ-साथ मोहम्मद वकार तुर्क, मोहम्मद गुफरान मोहम्मद उस्मान इत्यादि लोगों का भी विशेष सहयोग रहा।

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