जानिए ! जीएनएम कैसे बन गई स्त्री रोग विशेषज्ञ

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लव इंडिया मुरादाबाद। भोजपुर के चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र के झोलाछाप महिमा अजीब है बी एन वाई एस के आड़ में स्वास्थ विभाग की मेहरबानी से दो स्थानों पर चल रहे चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र की महिला चिकित्सक बताने वाली उजमा खान भी अनट्रेड हैं और किसी भी गर्भवती का प्रसव नहीं खा सकती क्योंकि उनके पास डिग्री नहीं है। बकौल उजमा खान के वह दिल्ली रोड स्थित संस्थान से जीएनएम कर रही है जबकि उन्होंने अपने विजिटिंग कार्ड पर और पर्चे पर खुद को डॉक्टर लिखते हुए नाम के नीचे जीएनएम दर्शा दिया है अर्थात चोर की दाढ़ी में तिनका की स्थिति है। इस सबके बावजूद डॉक्टर उजमा खान अपने को स्त्री रोग विशेषज्ञ बताती हैं। कुल मिलाकर चौधरी क्लीनिक एंड जच्चा बच्चा केंद्र की उजमा खान भी डॉ राशिद चौधरी की तरह है क्योंकि राशिद चौधरी भी अपने को बाल रोग विशेषज्ञ बताते हैं।

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमसी गर्ग का कहना है कि भोजपुर के चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र के दो जगह संचालित होने का मामला उनके संज्ञान में आया है और इस मामले में जांच कर ठोस कार्यवाही की जाएगी। सीएमओ डॉक्टर एमसी गर्ग ने कहा कि जिले में किसी भी हाल में बिना पंजीकरण के कोई भी अस्पताल, नर्सिंग होम नहीं चलने दिया जाएगा।

साथ ही, सीएमओ डॉक्टर एमसी गर्ग ने कहा अपने नाम के आगे एमबीबीएस व जीएनएम आदि डिग्री लिखकर आवाम को भ्रमित कर रहे झोलाछाप ओ के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा और पकड़े गए लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रमित करने की धाराओं में संबंधित थनों में रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी।

भोजपुर में बीएनवाईएस एक नहीं दो स्थानों पर चला रहा अस्पताल और कर रहा है नवजात शिशुओं का इलाज

लव इंडिया मुरादाबाद। साहब मेहरबान तो गधा पहलवान… की कहावत स्वास्थ विभाग में पूरी तरह सार्थक हो रही है क्योंकि स्वास्थ विभाग के वही नोडल अधिकारी सांठगांठ किए हुए है जिन पर अंकुश की जिम्मेदारी है। यही कारण है कि मुरादाबाद में स्वयंभू बिना डिग्रीधारी झोलाछाप खुद को डॉक्टर ही साबित नहीं कर रहे बल्कि बाल रोग विशेषज्ञ तक बनकर नवजात शिशु का इलाज कर रहे हैं।

जी हां। यही कड़वा सच है और आप ऊपर खुद देखिएगा…इस होडिंग को, जो भोजपुर के चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र का है। इसके संचालक डॉ राशिद चौधरी है और इन्होंने एक नहीं बल्कि 3 डिग्री लिखी हुई हैं। इनमें डीएनवाईएस, बीएनवाईएस और एमडी शामिल हैं। यह अलग बात है कि डॉक्टर चौधरी को इन तीनों की फुल फॉर्म नहीं मालूम। इतना ही नहीं कौन से मेडिकल कॉलेज और बोर्ड से की यह भी नहीं मालूम।

बावजूद इसके, डॉ राशिद चौधरी नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ होने का दावा भी करते हैं और गरीब मरीजों के लिए विशेष रियायत भी देते हैं। साथ ही चौधरी क्लीनिक एवं शिक्षा बच्चा केंद्र पर इमरजेंसी सुविधा 24 घंटे उपलब्ध हैं। चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह एक नहीं बल्कि भोजपुर में दो स्थानों पर चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र खोले हुए हैं। इनमें पहला थाने के पीछे नगीना मस्जिद के ठीक सामने है जबकि दूसरा नगीना मस्जिद के पीछे सलामी प्रिंटर्स के पास है।

जानकारी करने पर लव इंडिया नेशनल को डॉ राशिद चौधरी अपने चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र का रजिस्ट्रेशन नंबर 01859 बताते हैं लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एमसी गर्ग के कार्यालय में चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र का पंजीकरण नहीं है।

जानकारी करने पर लव इंडिया नेशनल को डॉ राशिद चौधरी अपने चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र का रजिस्ट्रेशन नंबर 01859 बताते हैं लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एमसी गर्ग के कार्यालय में चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र का पंजीकरण नहीं है।

इतना ही नहीं, चौधरी राशिद एवं बच्चा-बच्चा केंद्र पर महिलाओं का भी इलाज होता है। यहां पर डॉ उजमा स्त्री रोग विशेषज्ञ है और डिग्री के तौर पर उनके नाम के आगे जीएनएम लिखा हुआ है जबकि जीएनएम की डिग्री डॉक्टरी की नहीं होती। इससे स्पष्ट है कि चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र में सबकुछ गोलमाल है और यह सब स्वास्थ्य विभाग की कृपा से हो रहा है।

फिलहाल, इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और अगर चौधरी क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र बिना रजिस्ट्रेशन के झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा संचालित किया जा रहा है तो सीज किए जाने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी कराई जाएगी।

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