जिस दिन आत्मसम्मान और स्वाभिमान का भाव जाग्रत हो जाएगा तो समझिए आपके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास हो गया…

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लव इंडिया, मुरादाबाद। गोकुलदास हिन्दू गर्ल्स कालेज की ’छात्रा कल्याण परिषद’ के तत्वावधान में संस्कृति संवाद कार्यक्रम के दूसरे दिन दो प्रतियोगिताओं के साथ-साथ पूर्व छात्रा समागम एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के पद पर समाज सेवी ‘और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अभियान में अत्यंत सक्रिय श्रीमती अल्पना रितेश गुप्ता, विशिष्ट अतिथि यश भारती पुरस्कार से सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय ख्याति लब्ध नवगीतकार माहेश्वर तिवारी, संगीत विशेषज्ञ श्रीमती बालसुंदरी तिवारी आसीन रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ सम्मानित अतिथियों एवं प्राचार्या प्रो. चारू मेहरोत्रा द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। तदुपरांत छात्राओं द्वारा संगीत विभाग के निर्देशन में सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गयी। छात्रा कल्याण परिषद की पदाधिकारियों ने समारोह में उपस्थित सम्मानित अतिथियों का बैज लगाकर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती अल्पना रितेश गुप्ता ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा हथियार है, जिससे हम जीवन में हर लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकते हैं।

विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध नवगीतकार माहेश्वर तिवारी जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि धीरे-धीरे स्त्रियाँ समाज में प्रथम नागरिक के रूप में सम्मान प्राप्त करने की ओर अग्रसर हैं। छात्राएँ अपने महाविद्यालय का नाम इस प्रकार रोशन करें कि समाज व परिवार को उन पर गर्व हो।अपने अंदर स्वाभिमान रखने के भाव पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन आप में आत्मसम्मान और स्वाभिमान का भाव जाग्रत हो जाएगा तो समझिए कि आपके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास हो गया है।

इस अवसर पर उन्होंने मनुष्य के आत्म सम्मान एवं स्वाभिमान पर आधारित अपने सर्वप्रिय गीत-‘हम कितने गहरे हैं, छिछला सागर क्या जाने’ की भावपूर्ण प्रस्तुति की कि संपूर्ण सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा।विशिष्ट अतिथि प्रख्यात संगीतज्ञ श्रीमती बालसुंदरी तिवारी जी ने छात्राओं की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने और सफलता की ऊँचाइयाँ पाने के लिए अपनी शुभकामनाएँ एवं आशीर्वाद दिया।

महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. चारू मेहरोत्रा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए महाविद्यालय की टीम को भी सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई और धन्यवाद दिया। छात्राओं को उन्होंने संदेश दिया कि सफलता की ऊंचाइयां पाने के लिए अपने लक्ष्य पर दृष्टि रखते हुए आगे बढ़ें. हम जो छात्र जीवन में सीखते हैं, उसकी छाप हमारे व्यवहार में जीवन पर्यंत दिखाई देती है। हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में हमारे शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है उप प्रचार्या डा. अंजना दास ने भी छात्राओं को शुभकामनाएँ दीं।

कार्यक्रम के प्रथम सत्र में पात्र अभिनय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निर्णायक के दायित्व का निर्वहन प्रो. किरन त्रिपाठी, प्रो. अपर्णा जोशी एवं प्रो. सीमा अग्रवाल ने किया।प्रथम पुरस्कार सानिका गौरव (लक्ष्मीबाई), दीपांशी पाण्डेय( शबरी) ने, द्वितीय पुरस्कार नीतू प्रजापति ( भगतसिंह) ने तथा तृतीय पुरस्कार शादमा (अखबार ) ने प्राप्त किया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

निर्णायक मण्डल में प्रो. सीमा गुप्ता, प्रो. करुणा आनंद एवं डॉ. शेफाली अग्रवाल रहीं। प्रथम पुरस्कार – मुस्कान एंड ग्रुप , द्वितीय पुरस्कार – रिया एंड ग्रुप , तृतीय पुरस्कार – इशिका एंड ग्रुप ने प्राप्त किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उल्लेखनीय सेवाओं से महाविद्यालय का गौरव बढ़ाने वाली भूतपूर्व छात्राओं- विभा चावला, कल्पना, मेधावी वंश, शीनुल इस्लाम मलिक, अमिता शर्मा, एडवोकेट इंद्रलता आदि को भी सम्मानित किया गया।

पूर्व छात्राओं से संबंधित इस सत्र का संचालन प्रोफेसर सीमा गुप्ता के द्वारा किया गया.समग्र कार्यक्रम का संचालन प्रो.अंचल गुप्ता एवं प्रो.वंदना पाण्डेय ने संयुक्त रूप से किया तथा आभार अभिव्यक्ति समिति की सह- संयोजिका प्रो. अंशु सरीन के द्वारा की गई. कार्यक्रम में समिति की सदस्याओं प्रो. पुनीता शर्मा, प्रो. किरन साहू, प्रो. वन्दना पाण्डेय, प्रो. सुदेश, प्रो. एकता भाटिया, प्रो. अंचल गुप्ता, प्रो. प्रवीण सैनी, डॉ. सीमा मलिक एवं डा. प्रेमलता कश्यप का विशेष सहयोग रहा।

परिषद की पदाधिकारी छात्राओं- रोशनी प्रजापति, स्वाति गुर्जर, इकरा, स्वाति शर्मा के साथ ही सचिव तथा उपसचिव पद पर चुनी गई अन्य सभी छात्राओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग दिया। संस्कृति संवाद के अन्त में दोनों दिन संपन्न हुई सभी प्रतियोगिताओं की विजेता छात्राओं को प्राचार्या एवं मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

समग्र कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय परिवार के सदस्यों प्रो. अनुराधा सिंह, प्रो. सुधा सिंह, प्रो. करुणा आनंद, डा. प्रीति सिंह, डा. रेनू शर्मा, डा. सविता अग्रवाल, डा. प्रीति पांडे, डा. अपर्णा तिवारी, डा. रितु निर्वाल, डा. सीमा रानी, डा. प्रज्ञा मित्तल, डा. मोनिका सिंह आदि की सक्रिय सहभागिता रही. इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय परिवार ने उपस्थित रहकर प्रतिभागी छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।

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