MORADABAD RTO : स्कूल बस परमिट के लिए लगा दी गई फर्जी मुआयना और एनआर
लव इंडिया, मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर के बावजूद मुरादाबाद के आरटीओ में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में सामने आया है जब स्कूल बस के परमिट के लिए मुआयना और एनआर की रिपोर्ट ही फर्जी लगा दी गई।
रामपुर जनपद के शहजाद नगर थाना अंतर्गत गांव दुर्गा नगला मकान नंबर 20 निवासी अथर खां ने महेंद्र सिंह उर्फ बड्डे के माध्यम से दयावती मोदी अकैडमी रामपुर में चल रही स्कूल बस UP23T-2168 के परमिट के नवीनीकरण के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय मुरादाबाद के परमिट विभाग में आवेदन किया। इसमें स्कूल बस की आरसी, फिटनेस, टैक्स, इंश्योरेंस आदि के पुराने कागजात लगाएं। इतना ही नहीं, रामपुर के संभागीय परिवहन कार्यालय से कराए गए मुआयना और एनआर की रिपोर्ट भी साथ में संलग्न की।
परमिट विभाग ने नवीनीकरण के लिए उपलब्ध कराएगा प्रमाण पत्रों की जांच शुरू की तो परमिट विभाग के संबंधित अधिकारियों की निगाह टेढ़ी हो गई क्योंकि रामपुर के संभागीय परिवहन कार्यालय से कराए गए मुआयना और एनआर की रिपोर्ट की कहीं पर भी पुष्टि नहीं हो रही थी। इस पर दोनों रिपोर्ट को पीले स्कैच पेन से चिन्हित कर दिया गया और नवीनीकरण को रोक गया तो मुरादाबाद आरटीओ कार्यालय के अंदर से लेकर बाहर तक हड़कंप मच गया जबकि दयावंती मोदी अकादमी में अनुबंधित यह स्कूली बस के नवीनीकरण की आवेदन से लेकर रोक तक की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कि इस मामले में जो नाम खुलकर सामने आ रहा है वह महेंद्र सिंह उर्फ बड्डे का है जो सेवानिवृत्त हो चुके परमिट विभाग के वरिष्ठ लिपिक महेंद्र सिंह उर्फ बब्बू का बेहद करीबी है।
फिलहाल, मामला पकड़ में आने के बाद संभागीय परिवहन अधिकारी भीमसेन ने इस मामले में रामपुर के पंजीकरण अधिकारी/ सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन को 9 जनवरी 2023 को पत्र लिखा है इस पत्र में कहा गया है आवेदन के साथ फार्म 23 दयावती मोदी अकादमी का पत्र स्कूल की निरीक्षण आख्या तथा एनआर के प्रति संकलन की है जो संदिग्ध प्रतीत होती है क्योंकि वाहन की एनआर में वाहन का कर एक वारीय प्रदर्शित किया गया है जबकि वाहन व्यक्तिगत नाम से पंजीकृत है जो कि नियम विरुद्ध है।
इस संबंध में आरटीओ मुरादाबाद भीमसेन का कहना है की रामपुर के पंजीकरण अधिकारी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी गई है ताकि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जा सके।