नर्सिंग करने के बाद बन बैठे डॉक्टर और कर रहे निःसंतान दंपत्ति के इलाज समेत कई तरह के गंभीर ऑपरेशन तक
लव इंडिया, मुरादाबाद। यह है मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव सैजना की मिलक का रोनी हॉस्पिटल और इस हॉस्पिटल में एक-दो नहीं बल्कि 4 डॉक्टर बैठते हैं इनमें एक डॉक्टर नाजिया सिद्दीकी है जो एमबीबीएस बताई जा रही है जबकि दूसरे डॉक्टर राशिद है और वह बीयूएमएस है। इसके बाद तीसरा नंबर डॉक्टर आरती सिंह है जो जीएनएम के साथ-साथ वीएनवाईएस डिग्री धारक है और चौथे नंबर पर डॉक्टर देवेंद्र सिंह है और यह भी जीएनएम के साथ-साथ बीआईटी भी हैं।
डॉक्टर नाजिया सिद्दीकी जो एमबीबीएस बताई जा रही है वह पड़ोसी जिले रामपुर के स्वार क्षेत्र की है और वही उनका क्लीनिक भी है। डॉक्टर राशिद भी स्वार के ही है। लेकिन डॉक्टर आरती सिंह और डॉक्टर देवेंद्र सिंह सैजना की मिलक के ही हैं और इन दोनों की जो डिग्रियां बोर्ड पर लिखी हैं। उसके मुताबिक दोनों डॉक्टरी नहीं कर सकते क्योंकि जीएनएम क्लीनिकल नर्सिंग के क्षेत्र में काम करना है अर्थात डॉक्टर नहीं बल्कि मरीज की देखभाल करना यही काम आरती सिंह और देवेंद्र सिंह का है लेकिन इन दोनों ने आम आदमी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के लिए खुद को डॉक्टर साबित कर दिया है। और इस सबमें खास बात यह है कि यह अस्पताल अभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में पंजीकृत भी नहीं है लेकिन फिर भी यहां खुलेआम इलाज हो रहा है और डॉक्टर नाजिया सिद्दीकी और डॉक्टर राशिद आज तक कभी इस अस्पताल में आए ही नहीं।
अब आइए देखते हैं इस अस्पताल पर क्या-क्या सुविधाएं है तो आप गौर से देखिए अस्पताल गेट पर लिखे इन सुविधाओं को। यहां 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध है लेकिन इस सब से अलग और खास बात यह है कि यहां पर ऐसे निसंतान दंपत्ति का भी उपचार होता है जिनके कोई औलाद नहीं होती यहां नॉर्मल डिलीवरी के साथ-साथ ऑपरेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। इतना ही नहीं, बच्चेदानी में गांठ का ऑपरेशन, बच्चों के दिलों की धड़कन की जांच, पीलिया या नीला होने और पेट से गंदा पानी मशीन से निकालने का इलाज भी रोनी हॉस्पिटल में उपलब्ध है।