शरीर की कहानी बयां करता है सिरदर्द

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डॉ अमरजीत सिंह जस्सी, आयुर्वेद और योगा आचार्य,लव इंडिया। सामान्यतः पुरुषों की तुलना में महिलाएं सिरदर्द का अनुभव ज्यादा करती हैं। इसके पीछे वजह उनकी दोहरी जिंदगी हो सकती है। इसके अलावा कुछ हारमोनल वजहों को भी जिम्मेदार ठहराया ज सकता है। लेकिन सिरदर्द शरीर के कुछ कहानी भी बयां करती है। असल में कई बार सिरदर्द सिर्फ सिर में दर्द की वजह से नहीं होता। इसके पीछे और भी वजह हो सकती है। मसलन शरीर के अन्य हिस्से में दर्द या कोई बीमारी। इसके चलते भी सिरदर्द जैसी समस्या हो जाती है। आइए जानते हैं कि किन किन वजहों से सिर में दर्द होता है।

टेंशन
यदि आपके सिर के दो सिरों में दर्द हो रहा है तो समझ जाइए कि यह टेंशन का दर्द है। असल में सिर में किस हिस्से में दर्द हो रहा है, इससे आपकी मनःस्थिति का पता लगाया जा सकता है। टेंशन में अकसर सिर के दोनों सिरों में दर्द होता है।

ब्रेन
यदि ब्रेन वाले हिस्से में दर्द है तो समझें कि यह कोई सामान्य दर्द नहीं है। यह दर्द माइग्रेन का है। इसके लिए नर्व जिम्मेदार होती हैं। अतः माइग्रेन का दर्द अनुभव करते ही तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। वैसे एक बात ध्यान रखें कि किसी भी तरह के दर्द को लापरवाही से न लें। कोई भी दर्द जानलेवा हो सकता है। ब्रेन में दर्द का अनुभव अकसर सिर के बीचो बीच होता है।

पाचन तंत्र
कई दफा सिर के दर्द का संबंध सिर से नहीं बल्कि पेट से होता है। दरअसल यदि पाचन तंत्र सही न हो तो इसके वजह से सिर में दर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को चाहिए कि अपने पेट का ख्याल रखें। हालंकि यह अंदाजा लगाना मुश्किल होगा। ऐसे में यदि सिर दर्द लम्बे समय तक रहे तो उन्हें तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। यदि सिर के एक हिस्से में लगातार लम्बे समय से दर्द हो रहा हो तो यह डायरिया के लक्ष्ण भी हो सकते हैं।

सेंस
कई बार सिर में भीना भीना सा दर्द बना रहता है। हो सकता है कि इसके पीछे की वजह आपको समझ नहीं आ रही। हम आपको बता दें। कई बार एक खास किस्म की आवाज कान में सुनाई पड़ रही होती है, जिससे सिर में दर्द का अहसास होने लगता है। कई बार घंटों फोन पर बात करने से ऐसा हेाता है। कई बार किसी परफ्यूम की गंध के कारण ऐसा होता है। कुला मिलाकर कहने का मतलब यह है कि कई बार अलग अलग सेंस की वजह से भी सिर में दर्द होता है।

देर तक सोचने से
आपका बे्रन जब कई चीजों से बोझिल हो जाता है, तब भी उसे दर्द का अनुभव होने लगता है। यदि आप किसी सोच से काफी देर से परेशान हैं, तो ख्वामोखा अपने दिमागा पर ज्यादा जोर न दें। इसके उलट यहां वहां की बातें सोचें। अगर ऐसा नहीं किया तो सिर का दर्द उफान मार सकता है। खासकर महिलाओं में यह बात लागू होती है क्योंकि वह यहां वहां की बातें बहुत ज्यादा सोचती है।

हारमोन
सिर दर्द के पीछे एक वजह हारमोन भी हो सकता है। हारमोन के कारण हृदय गति बहुत तेज हो सकती है, पसीना आ सकता है। इन तमाम बदलावों के कारण सिर में दर्द की समस्या हो सकती है।

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