‘नेट बैंकिंग का प्रयोग करते वक्त हमें ओटीपी व पासवर्ड किसी को नहीं बताना चाहिए’

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लव इंडिया, मुरादाबाद। सीबीएसई ने वित्तीय साक्षरता की मूल बातें व वर्तमान परिदृश्य में प्रासंगिक डिजिटल उपकरणों के उपयोग पर देशभर के शिक्षकों को संवेदनशील बनाने के लिए एक पहल की है। इसके अंतर्गत स्प्रिंगफील्डस सेक्टर-10, नया मुरादाबाद के सभागार में 15 फरवरी 2024 को वित्तीय साक्षरता और डिजिटल उपकरण” विषय पर संसाधक डॉ. अभिनव अग्रवाल (सीए) मुरादाबाद दवारा कार्यशाला आयोजित की गई।

संसाधक अभिनव अग्रवाल ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के इस महत्वपूर्ण सत्र में वित्तीय साक्षरता का मतलब है वित्तीय नियमों एवं कानून को गहराई से जानना समझना एवं इस जानकारी से हम अपने धन के बेहतर उपयोग एवं प्रबंधन करने में निपुणता प्राप्त कर सकते हैं । आज के इस डिजिटाइजेशन युग में हम सबको लेनदेन में सतर्कता बरतनी चाहिए। कहा वित्तीय साक्षरता मानव जीवन का कौशल है जिसका सही उपयोग करके हम अपने जीवन के निर्धारित लक्ष्य कर सकते हैं। धन से जुड़े तरह-तरह के साइबर क्राइम से स्वयं को बचाने के लिए सतर्क एवं सावधान रहना ही वित्तीय साक्षरता का मुख्य उददेश्य है। विभिन्न तरीकों से किए गए लेनदेन जैसे नेट बैंकिंग यूपीआई आदि का प्रयोग करते समय हमें ओटीपी एवं पासवर्ड किसी को नहीं बताना चाहिए। हमें अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षित निवेश पर भी ध्यान देना चाहिए। डिजिटल उपकरणों के समुचित उपयोग का प्रशिक्षण भी बेहद जरूरी है।

उन्होंने बैंकिंग, डिजिटल भुगतान के तरीके, मोबाइल वॉलेट, स्वास्थ्य देखभाल योजना, वित्तीय योजना, भुगतान प्रणाली, म्युचुअल फंड के सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, जीवन बीमा कवरेज, सेवानिवृत्ति योजना के चरण आदि के बारे में क्या करें और क्या न करें के बारे में विस्तार से बात की और शिक्षक प्रतिभागियों को मोबाइल में ही भागीदारी, ई-प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए सीबीएसई दिल्ली की ओर से दिए गए लिंक के माध्यम से ऑनलाइन फीड बैंक जमा करने का सुझाव दिया और कहा कि वित्तीय साक्षरता हमारे लिए छोटी या बड़ी गलतियाँ ठीक कर देती है। वहीं दूसरी ओर, वित्तीय रूप से निरक्षर होना उन गलतियों को गंभीर और अफसोसजनक बना देता है। अतः रिटायरमेंट और भावी जीवन के लिए हमें वित्तीय योजना ज़रूर बनानी चाहिए।

सबसे अंत में स्प्रिंगफील्डस की प्रधानाचार्या डॉ. श्रीमती प्रतीक्षा दीक्षित ने सब का आभार व्यक्त किया और कहा कि वर्तमान युग में वित्तीय साक्षरता का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि यह हमें आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से स्थिर बनाता है डिजिटल उपकरणों के ज्ञान के बिना दैनिक जीवन में वित्तीय लेन-देन में काफी कठिनाई होती है। इस अवसर पर स्प्रिंगफील्डस की समस्त शिक्षिकाएं एवं शिक्षक उपस्थित रहे ।

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