पूर्व मंत्री भगवत सरन की जमानत अर्जी पर सुनवाई टली, अभी जेल में रहेंगे
लव इंडिया, बरेली। जानलेवा हमले के आठ साल पुराने मामले में बृहस्पतिवार को अदालत में हाजिर हुए पूर्व मंत्री व सपा के वरिष्ठ नेता भगवत सरन गंगवार की जमानत अर्जी पर शुक्रवार को पुलिस की रिपोर्ट न आने की वजह से सुनवाई टल गई। स्पेशल कोर्ट एमपी/एमएलए ने अब सुनवाई के लिए 28 फरवरी की तारीख नियत की है, लिहाजा पूर्व मंत्री समेत इस मामले के सभी 10 आरोपियों को अभी जेल में ही रहना होगा। हालांकि शुक्रवार को कोर्ट ने आरोपियों पर आरोप तय कर दिए हैं।
पूर्व मंत्री समेत सभी आरोपियों को जमानत अर्जी पर सुनवाई की तारीख मुकर्रर होने की वजह से शुक्रवार को जेल से लाकर कोर्ट में पेश किया गया लेकिन सुनवाई टलने के बाद फिर जेल में दाखिल कर दिया गया। पूर्व मंत्री पर विधानसभा चुनाव के दौरान 14 फरवरी 2017 को भाजपा प्रत्याशी केसर सिंह के दो समर्थकों पर जानलेवा हमले, मारपीट, बलवा, विधि विरुद्ध जमाव और अपमानित करने का आरोप है।
इसमें उनके साथ उनके भाई योगेंद्र, भतीजे तरुण कुमार उर्फ अंशू, ओमेंद्र, पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद दिवाकर व पुरुषोत्तम गंगवार, बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष अधिवक्ता शेर सिंह, सुधीर कुमार मिश्रा, वीरपाल सिंह गंगवार और अनिल गंगवार भी आरोपी हैं।भगवत सरन समेत सभी आरोपियों ने बृहस्पतिवार को अदालत में सरेंडर किया था।
उनके अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह भड़ाना ने बृहस्पतिवार को ही सभी आरोपियों की जमानत अर्जी भी जिला जज की अदालत में पेश की थी, जिसे जिला जज ने स्पेशल कोर्ट एमपी/एमएलए में ट्रांसफर कर दिया था। विशेष लोक अभियोजक अचिन्त्य द्विवेदी ने बताया कि नवाबगंज पुलिस की रिपोर्ट न आने की वजह से शुक्रवार को पूर्व मंत्री समेत सभी 10 आरोपियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई टल गई। कोर्ट ने सभी आरोपियों पर आरोप तय कर दिए हैं।