खबर छापना अपराध है… यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने डीएम से पूछे कई सवाल
अब्दुल सलीम, लव इंडिया, मुरादाबाद। वरिष्ठ साथी सनेश ठाकुर का अनुचित तरीके से एफआइआर में नाम दर्ज कराए जाने पर यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह से भेंट की और कई तीखे सवाल किए और यहां तक कह दिया कि हादसे की घटनात्मक कवरेज करना अगर अपराध है तो बता दिया जाए कि कौन सी खबर लगनी है…?
मालूम हो कि इसी 5 दिसंबर को सिविल लाइन थाना अंतर्गत कांठ रोड स्थित स्कॉलर डेन में हादसा हुआ और छत का लेंटर खोलते हुए 2 मजदूर करंट लगने से नीचे गिर गए थे। इस घटना की मुरादाबाद के अधिकांश अखबारों ने कवरेज की। इसमें दैनिक विधान केसरी में भी उक्त घटना की घटनात्मक कवरेज 6 दिसंबर के अंक में छपी जो इस पत्र के साथ संलग्न है। बाद में 13 दिसंबर को स्कॉलर डेन के संचालक विवेक ठाकुर ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जिसमें यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के वरिष्ठ साथी सनेश ठाकुर का नाम भी है जो पूरी तरह अनुचित तरीके से शामिल कराया गया है। चूंकि, सनेश ठाकुर यूनियन के वरिष्ठ साथी हैं। इसलिए यूनियन इस मामले को लेकर बेहद गंभीर और चिंतनीय है और सोमवार को जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह से मिली और कई तीखे सवाल पूछे।
– स्कॉलर डेन के संचालक विवेक ठाकुर ने जो रिपोर्ट दर्ज कराई है, क्या उसके मुताबिक सनेश ठाकुर ने ब्लैकमेल किया या फिर रुपयों की मांग की। इस संबंध में तहरीर के अलावा स्कॉलर डेन के संचालक ने पुलिस को क्या साक्ष्य दिए…?
– रिपोर्ट दर्ज कराने से पहले क्या धमकी पत्र की जांच कराई गई और जब स्कॉलर डेन पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो फिर अखबार पर धमकी लिखकर स्कॉलर डेन पर फेंकने वाला व्यक्ति क्या चिन्हित किया गया…?
– क्या स्कॉलर डेन के संचालक को सनेश ठाकुर ने मोबाइल पर धमकी दी थी…?
– रिपोर्ट में दर्ज निम्न शब्दों की तरफ भी आपका ध्यान दिलाना चाहते हैं जिसमें कहा गया है कि निरंतर दुष्प्रचार कर मेरी और मेरे संस्थान की छवि को धूमिल किया जा रहा… क्या इसमें विधान केसरी भी शामिल है अगर हां तो छापी गई रिपोर्ट की प्रतिलिपि भी हमें दिखाएं…? अध्यक्ष फहीम खान और महामंत्री अंकित चौहान ने डीएम को बताया कि असल में सच्चाई यह है कि घटना की रिपोर्ट दर्ज से पहले तक स्कॉलर डेन के संचालक विवेक ठाकुर हमारे वरिष्ठ साथी सनेश ठाकुर के संर्पक में थे और यह तथ्य उन्होंने छुपाया है।
यूनियन ने डीएम को बताया कि व्हाट्सएप कॉल पर स्कॉलर डेन के संचालक विवेक ठाकुर से बातचीत के अलावा खबरों को लेकर लिखित में भी सवाल- जवाब हुए जिसकी प्रति इस पत्र के साथ में संलग्न है। कहा कि सत्य तो बहुत से हैं लेकिन हम सिर्फ कुछ गंभीर मुद्दों पर आपका ध्यान आकर्षित रहे हैं ताकि आप अपने स्तर से जांच कराएं और अनुचित तरीके से शामिल किए गए सनेश ठाकुर के नाम को निकलवाने का कष्ट करें। जिलाधिकारी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया।