बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगरा से किया चुनावी शंखनाद

Uttar Pradesh

आगरा। (डीवीएनए)हमारी पार्टी विधानसभा चुनाव में अकेले अपने बलबूते पर लड़ रही और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। आजादी की बाद सिर्फ कांग्रेस पार्टी की सरकार रही है लेकिन गलत नीतियों के साथ कांग्रेस केंद्र और यूपी से बाहर हो गई है। कांग्रेस पार्टी दलित, पिछड़े वर्ग आदिवासी वोटों के लिए आए दिन तरह-तरह के नाटक बाजी करती रहती है। कांग्रेस पार्टी जबरदस्त दलित, आदिवासी व अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी पार्टी रही है।केंद्र में रही कांग्रेस सरकार ने भारतीय संविधान के रचयिता बाबा साहब को भारत रत्न की उपाधि से भी सम्मानित नहीं किया था।

बाबा साहेब के मुवमेंट को आगे बढ़ाने वाले मान्यवर कांशीराम जी की देहांत होने पर भी कांग्रेस सरकार केंद्र में सत्ता में थी लेकिन एक भी दिन राष्ट्रीय शोक घोषित नही किया था। सपा की सरकार में गुंडों, माफियाओं, लूट खसोट करने वालों का द राज रहा है। सपा सरकार में आए दिन दंगे होते रहे हैं,मुजफ्फरनगर दंगा सपा सरकार की हिंसा का बड़ा उदाहरण है। सरकारी कर्मचारियों के पदोन्नति के लिए आरक्षण का बिल आया तब समाजवादी पार्टी ने इस बिल को फाड़ दिया था और पास नहीं होने दिया था, ताकि दलित वर्ग आगे ना बढ़ सके, यही सपा का असली कैरेक्टर है।भाजपा सरकार की नीतियां और कार्यशैली जातिवादी, पूंजीवादी एवं आर एस एस के संकीर्ण एजेंडे को लागू करना है। धर्म के नाम पर हमेशा तनाव और नफरत फैलाती है भाजपा सरकार
दलित समाज और महिलाएं इस भाजपा सरकार में कतई सुरक्षित नहीं लेकिन मीडिया में इन आकड़ो को दबा दिया जाता है। आगरा में दलितों का इतना बुरा हाल है पुलिस कस्टडी में दलित युवक को मार दिया जाता है।
भाजपा सरकार में पिछड़े और दलित वर्ग को आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिला है।
आरक्षण खत्म करने के लिए भाजपा सरकार सारी सरकारी संस्थाओं को प्राइवेट बना रही है।

भाजपा की गलत आर्थिक नीतियों के कारण गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई बढ़ी है।
केंद्र की भाजपा सरकार से किसान बहुत ही ज्यादा परेशान और दुःखी है। कांग्रेस,भाजपा और सपा के वजह से पीड़ित बेरोजगारों को प्रदेश से पलायन करना पड़ा मेरी सरकार में अपराधिक तत्वों की जगह जेल के बाहर नहीं जेल के अंदर होती है -बहन जी
जाति धर्म व राजनीतिक द्वेष, धरना प्रदर्शन आदि के नाम पर जिन लोगों को जबरदस्ती गलत धाराओं में फँसाकर कर ऊपर आने को कैसे चलाए गए हैं, उन मामालों की सही से जांच करा कर खत्म किए जाएंगे आप सभी को सभी विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दंड, भेद के हथकंडे से सावधान रहना।
विरोधी पार्टियां अपने पक्ष में हवा बनाने के लिए मीडिया का ओपिनियन पोल एवं सर्वे आदि का गलत उपयोग करती है उससे जनता को गुमराह नही होना है।

लखनऊ में रहकर किया पार्टी को मजबूत

कुछ जाति वादी मीडिया ने हमारी पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने में यह कहकर कोई कसर नहीं छोड़ी है कि उनकी नेता नजर नहीं आ रही है। कोरोना का प्रकोप कम होते ही मैं दिल्ली से लखनऊ आ गई, पिछले लगभग 1 साल से मैं लखनऊ में रहकर अपने पार्टी के मजबूत बनाने के कार्य में लग गई। 1 वर्ष के दौरान केवल 2 दिन के लिए दिल्ली गई जब मेरी माता जी का देहांत हो गया था।

संवाद:- अज़हर उमरी/ दानिश उमरी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *