बलिदानियों एवं सेनानियों के वंशजों का सम्मान

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लव इंडिया, मुरादाबाद । वन्दे भारत (संस्कार संस्कृति संवाहक) के तत्वावधान में सेनानी भवन में इस समय चल रहे पितृ पक्ष में समस्त ज्ञात-अज्ञात वीर क्रांतिकारी बलिदानियों व सेनानियों के लिये स्मृति अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता धीर शांत दास ने करी। जिसमें सर्वप्रथम सामुहिक तर्पण करके सभी वीरों का वंदन कर, नमन किया गया।

मुख्य वक्ता पं. जगदीश प्रसाद कोठारी ने पितृ पक्ष में तर्पण के महान महत्व से सबको अवगत कराया, उन्होंने कहा पर्पल मात्र एक संस्कार नहीं है बल्कि एक विस्तृत विज्ञान है। पितृ-लोक अदृश्य-जगत का हिस्सा है और अपनी सक्रियता के लिये दृश्य जगत के श्राद्ध पर निर्भर है। पितरों व पूर्वजों का ऋण श्राद्ध द्वारा चुकाया जाता है। 16 प्रत्येक दिवस को स्नान के उपरांत, सभी को सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। इससे पूर्वजों को संतुष्टि मिलती है, सच्चे मन करना ही सत्य तर्पण है।

मुख्य अतिथि श्रीकृष्ण पांडे (संयुक्त विकास कमिश्नर) ने कहा कनागत में इन वीर क्रांतिकारी बलिदानियों को तर्पण करना, इनका सनातन अभिनंदन है और इससे उनकी संतुष्ट होगी जो हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी एवं आशीर्वाद प्रदान करेगी। युवाओं को आज तर्पण के महत्व का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है।विशिष्ट अतिथि राजेश रस्तोगी ने कहा जिनका ऋण हम कभी नहीं उतार सकते उन सेनानियों के तर्पण कार्यक्रम में सम्मिलित होना परम सौभाग्य है। आज वो सब हमे स्वर्गलोक से अवश्य ही देख आनंदित हो रहे होंगे।

विशेष आमंत्रित अतिथि सर्व प्रयास सीता रसोई से पुनीत अग्रवाल ने कहा ऐसा कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रथम बार हो रहा, इसके लिये हम नगरवासी, वन्दे भारत का जितना आभार व्यक्त करें वह कम ही है।कार्यक्रम के संयोजक धवल दीक्षित ने कहा सच्चा तर्पण वह है जो हमने आज प्रण लिया है के उनके दिव्य सपनो को साकार करके, भारत को विश्व पंक्ति के प्रथम विकसित राष्ट्र के रुप में स्थापित करना है।

कार्यक्रम में बलिदानियों एवं सेनानियों के वंशजों का सम्मान किया गया जिसमें श्यामा देवी, एनके पूर्वी, ईशरत उल्ला खान, अचल दीक्षित, जितेंद्र गुप्ता, संजय त्यागी, बलदेव राज अरोड़ा, वेद प्रकाश ढींगरा, जुनैद उद्दीन, आरस्ता खानम, सुमित सिंह चौहान, विनीत चौहान, महिपाल सिंह, तारा सिंह, चंद्रभान सिंह, पूनम चौहान, शशांक गुप्ता, नीरज गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, नसीरुद्दीन, सुमित शर्मा, महेश कुमार शर्मा, मोइनुद्दीन, अजब सिंह, श्री भगवान, नरेश कुमार, अरुण कुमार नागपाल, भारत भूषण, कुशलपाल सिंह, विश्व बन्धु विश्नोई, विन्ध्या सिंह तोमर, दामिनी शंखदार, ममता अग्रवाल, विवेक दीक्षित, अलिन्द दीक्षित आदि रहे।साहित्यकार सुदर्शन शर्मा, मनोज रस्तोगी, शिशुपाल सिंह मधुकर, मनोज मनु एवं समाज सेवी अमित रुहेला को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में ब्रजेश सिंह, सोनू शर्मा, गोकुल चंद शर्मा, अनिमेष कुमार शर्मा, करणवीर शर्मा, सुधांशु कौशिक, उदय भान सिंह, ह्रदेश सिंह, अखिलेश शर्मा, मुकेश आनंद, शिवकुमार शर्मा, विशाल सोनी, दीपक सरोज, गोपाल टंडन, सुभाष कत्याल, धन सिंह धनेंद्र, अशोक कुमार शर्मा, राकेश कुमार शर्मा, गिरजा शंकर पांडे, देवेंद्र कुमार शर्मा आदि अनेकानेक गणमान्य साथी उपस्थित रहे।

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