योग दुनिया को भारत की देन: कुलाधिपति सुरेश जैन

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लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति सुरेश जैन योग का महत्त्व बताते हुए बोले, योग दुनिया को भारत की देन है। जीवन में चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए योगाभ्यास बेहद अनिवार्य है। स्टुडेंट्स योग को आत्मसात करें। मेरी दिनचर्या का योग भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। योग को छात्रों के लिए संजीवनी बताते हुए बोले योग अचूक है। आप निरोग रहेंगे। आपकी यादाश्त मजबूत होगी। योग गुरु के बताए तमाम स्टेप्स को गौर से सुनिएगा और देखिएगा। फिर अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में योग के स्टेप्स पिरो लीजिएगा। जीवन में ऐसे पल रोज़-रोज़ नहीं आते हैं। मैं उम्मीद करता हूँ, ये दुर्लभ पल आपकी सेहत के लिए वरदान साबित होंगे।

जबलपुर से आए योगाचार्य डॉ. नवीन जैन का बुके देकर स्वागत

कुलाधिपति बतौर मुख्य अतिथि पैरामेडिकल कॉलेज की ओर से आयोजित दो दिवसीय योग शिविर के शुभारम्भ के मौके पर बोल रहे थे। इससे पूर्व कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने कुलाधिपति सुरेश जैन और जबलपुर से आए योगाचार्य डॉ. नवीन जैन का बुके देकर स्वागत किया। उल्लेखनीय है, योगाचार्य अब तक देशभर में 400 से अधिक शिविर लगा चुके हैं। लाखों युवाओं को तनावमुक्त, नशामुक्त, शाकाहारी आदि बना चुके हैं। इस योग शिविर का माँ शारदा की आराधना से श्रीगणेश हुआ।

क्षमा करने और क्षमा मांगने से मानव बंधनों से मुक्त हो जाता है

योग शिविर में योगाचार्य डॉ. जैन ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सत्य मेव जयते हमारा मूल मंत्र है। ‘ॐ’ ब्रह्माण्ड का शाश्वत मंत्र है। नासा की खोज भी ये प्रमाणित करती है कि सूर्य “ॐ” शब्द से गुंजायमान है। कृष्ण को बांसुरी इसलिए प्रिय थी, क्योंकि वह बिना बोले नहीं बोलती, जब बोलती है तो मीठा ही बोलती है। क्षमा करने और क्षमा मांगने से मानव बंधनों से मुक्त हो जाता है। किसी को मारना भी है तो एहसान से मारो, जान से नहीं। योग से शरीर स्वस्थ होता है, जबकि ध्यान से मन। सफल जीवन का सूत्र है- आधा खाना, दोगुना पानी, तिगुना श्रम, चौगुनी हंसी और साल सवा सौ जी। योगाचार्य ने दोनों दिन अनुलोम विलोम, कपाल भाती, भुजंग आसान, धनुषासन, चक्रासन, शवासन, आदि के साथ-साथ मैडिटेशन भी कराया।

यह गणमान्य रहे मौजूद

शिविर की संयोजिका डॉ. अर्चना जैन ने बताया, श्रीमती अहिंसा जैन, श्रीमती नीलिमा जैन, प्रो. आरके जैन ओर डॉ. मनोज कुमार जैन के साथ-साथ पैरामेडिकल कॉलेज के फैकल्टी मेंबर्स- डॉ. रूचि कांत, रवि कुमार, राकेश कुमार यादव, मिसेस प्रियंका सिंह, देवेंद्र सिंह, हिमांशु यादव, आकाश चौहान, सौरभ सिंह, मिस प्रीती लाठर, मिसेस शिखा पालीवाल, पिनाकी अदक, मिस जूही यादव, सागर देबनाथ, रौशन कुमार, नीरज कुमार, मिस प्राची सिंह आदि के साथ पैरामेडिकल कॉलेज के एम्एलटी, आरआईटी, ऑप्टोमेट्री और फॉरेंसिक साइंस विभाग के 500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। शिविर का संचालन सीनियर फैकल्टी श्रीमती कंचन गुप्ता ने किया।

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