हिजाब विवाद: DEO के चेहरे पर BJP नेताओं ने कालिख पोती, शिक्षा मंत्री ने तत्काल हटाया

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मप्र में ​चर्चित दमोह जिले के गंगा-जमुना स्कूल में बच्चों को हिजाब पहनाए जाने, शिक्षिकाओं के धर्मांतरण और भाजपा नेतृत्व द्वारा टेरर फंडिंग के आरोपों के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। भाजपा नेताओं ने मंगलवार को स्कूल का सपोर्ट करने के आरोप में जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा के चेहरे पर कालिख पोत दी। हालांकि खुद डीईओ इसे अलग मामला बताने का प्रयास कर रहे हैं।

The matter has taken a new turn after allegations of hijab being worn by children, conversion of female teachers and terror funding by the BJP leadership in Ganga-Jamuna school of famous Damoh district in MP. BJP leaders on Tuesday blackened the face of District Education Officer SK Mishra for supporting the school. Although the DEO himself is trying to tell it a different matter.

दमोह नगर के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाए जाने की मामले में लगातार हिंदू संगठन के लोग उग्र बने हुए हैं। वहीं आज स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बयान आने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जिला भाजपा एवं हिंदूवादी नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा के मुंह पर स्याही पोत दी तथा कपड़ों पर भी स्याही फेंक दी।

दरअसल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता 3 दिन पूर्व भी डीओई के चेहरे पर कालिख पोतने के लिए उनके दफ्तर गए हुए थे, लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के कारण वह दफ्तर में प्रवेश नहीं कर पाए तथा बैरंग लौट आए थे।

स्कूल की आड़ में दमोह में खड़ा हुआ जिहादी साम्राज्य

तीन शिक्षिकाओं का धर्मांतरण भी कराए जाने के आरोपगंगा जमुना स्कूल मामले में एक के बाद एक खुलासे हुए हैं। शुक्रवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम दमोह पहुंची थी तथा उन्होंने कई बड़ी खामियां पकड़ी थी। हालांकि दमोह में अपनी जांच के संबंध में आयोग ने किसी तरह का कोई खुलासा नहीं किया था। बाद में खुलासा किया गया कि स्कूल में न केवल बच्चियों को हिजाब पहना जाता था बल्कि उनसे नमाज भी अदा करवाई जाती थी।

इसके अलावा 3 शिक्षकों का धर्मांतरण भी स्कूल प्रबंधन द्वारा कराया गया था। जिसमें से एक शिक्षिका को स्कूल का प्रिंसिपल भी बना दिया गया था। मामले में अभी और भी खुलासे हो सकते हैं। मंगलवार को जब विभिन्न संगठन के लोग जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे तब वह अपने कार्यालय से निकल ही रहे थे। इसी दौरान उनकी गाड़ी रोककर डीईओ SK मिश्रा के मुंह पर स्याही पोत दी और कपड़ों पर स्याही फेंक कर जय श्रीराम के नारे भी लगाए।

हिजाब-धर्मांतरण मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं

DEO एसके मिश्रा ने स्थानीय मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि मंगलवार दोपहर वे अपने दफ्तर से निकल रहे थे। इसी बीच कुछ लोग आए, गाड़ी रोकने के लिए कहा और अचानक स्याही फेंक दी। वे जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। मिश्रा ने कहा, मैं उनके नाम जानता हूं। वे दमोह के ही रहने वाले हैं। वे गंगा जमना स्कूल मामले में यह सब करने की बात कह रहे हैं, लेकिन इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। न इस मामले में मुझे कोई जांच सौंपी गई है, न ही मैंने कोई रिपोर्ट सबमिट की है।

स्कूल शिक्षामंत्री ने डीईओ को तत्काल हटाया

मप्र के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने गंगा-जमुना स्कूल के हिजाब और धर्मांतरण मामले में डीईओ एसके मिश्रा की भूमिका को संदिग्ध व दोषी माना है। उन्होंने तत्काल डीईओ को हटाने की बात कही है। मंत्री परमार ने डीईओ सहित कलेक्टर की जांच को भी संदिग्ध बताते हुए दोषियों को बचाने के प्रयास की बात कैमरे पर स्वीकारी है।

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