सपा हाईकमान के खिलाफ मीटिंग करना पूर्व मंत्री के बेटे शाने अली समर्थकों को पड़ा महंगा, एफआईआर

Uttar Pradesh

कोविड-19 के दिशा निर्देशों की भी खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे थे शाने अली के समर्थक

पीलीभीत। सियासत में चंद दिनों पहले ही नया नया कदम रखने वाले पूर्व मंत्री हाजी रियाज अहमद के बेटे डॉ. शाने अली सदर सीट से समाजवादी पार्टी से टिकट नहीं मिला तो बगावत की राह पर चल पड़े हैं। कैबिनेट मंत्री रह चुके मरहूम हाजी रियाज अहमद के बेटे डॉ. शाने अली के समर्थकों ने लॉ कॉलेज में मीटिंग बुलाई, जिसमें पूर्व मंत्री की बेटी डॉ. बुशरा ने समर्थकों से रायशुमारी करने के बाद अपने भाई डॉ. शाने अली को चुनाव लड़ाने का ऐलान किया। मगर यह मीटिंग इन समर्थकों पर भारी पड़ गई। पुलिस ने समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव सहित अट्ठारह लोगों को नामजद कर व अन्य ढाई सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध निषेधाज्ञा और महामारी एक्ट का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया।

पूर्व मंत्री हाजी रियाज अहमद की पत्नी और बेटी ने बुलाई थी मीटिंग

कोविड-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर लॉ कॉलेज में जुटी शाने अली समर्थकों की भीड़।

दर्ज रिपोर्ट में कोतवाली के उपनिरीक्षक विनोद कुमार ने कहा कि वह क्षेत्र में पवन मोबाइल के कांस्टेबल विजेंद्र सिंह और अनुज कुमार को लेकर चंदोई क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों, वाहन व बैंक चेकिंग कर रहे थे, उनको पता चला कि समाजवादी पार्टी के नेता शाने अली पुत्र हाजी रियाज लॉ कॉलेज में टिकट ना मिलने के कारण अपने समर्थकों के साथ मीटिंग कर रहे हैं।

सीओ सिटी ने खुद मौके पर जाकर देखा निषेधाज्ञा का उल्लंघन होता

लॉ कॉलेज में समर्थकों की मीटिंग को संबोधित करती पूर्व मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद की बेटी डॉ. बुशरा।

इस सूचना पर मंगलवार पूर्वाह्न करीब 12:30 बजे दरोगा मय पवन मोबाइल स्टाफ के मौके पर पहुंचे तो देखा कि शाने अली के समर्थकों की गाड़ी खकरा पुल से लेकर लॉ कॉलेज के गेट तक बेतरतीब खड़ी हैं। लॉ कालेज के अंदर करीब 250 लोग मौजूद हैं, जो कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कॉलेज के अंदर मीटिंग की जा रही है। सभी लोग पास-पास बैठे हैं।

गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमे में 19 नामजद व अन्य 250 को अज्ञात दर्शाया

जानकारी करने पर पता चला कि शाने अली के समर्थक रिंकू पांडेय, अजर अहमद, इकबाल अहमद, कमालुद्दीन, इस्लाम, कमरुद्दीन खान, ऋषभ मेरठिया, हाफिज फरियाद, हाफिज इसरार, हाफिज मकदूम, मुन्ना खान, इरफान सटोरिया, पवन कुमार उर्फ पिंकू, फैसल खान, गयासुद्दीन, इम्तियाज अली, सफदर खान, धर्मेंद्र गौतम व अन्य 250 लोग मौजूद हैं। समर्थकों के वाहन संख्या यूपी 25 एडी 6885, यूपीएल 2888, डीएल 5 सीओ 2388, यूपी 26 एई 2783, यूपी 25 ए डी 9321, डीएल 9 एलएस 0910, यूपी 26 जे 2300, यूपी 16 जे 2331, यूपी 26 एजे 0 317, यूपी 26 एके 0829, यूपी 26 आर 7860, यूपी 26 क्यू 0740, यूपी 26 आर 1336, यूपी 25 सीएच-18 73, यूपी 26 यू 0080, एचआर 23 एच 9802, यूपी 25 सीएन 7001, यूपी 26 एएल 3132, यूपी 32 एफपी 7864 खड़े हैं। सभी लोगों के द्वारा धारा 144 सीआरपीसी का उल्लंघन किया जा रहा है। कोविड-19 के संबंध में जारी निर्देशों का भी उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे महामारी रोकने हेतु शासन की मंशा का उल्लंघन है। मीटिंग में शामिल सभी लोगों द्वारा आईपीसी की धारा 188, 269, 270 का अपराध किया गया है।

ना दो गज की दूरी और ना दिखा मास्क जरूरी

मरहूम हाजी रियाज अहमद के लॉ कॉलेज में उनके बेटे शाने अली के समर्थकों की जो भीड़ मीटिंग के लिए आई थी, उसमें इक्का-दुक्का को छोड़कर ना तो किसी ने भी कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मास्क लगाया हुआ था और ना ही आपस में 2 गज का फासला रखा। ना ही मीटिंग के आयोजकों ने सैनिटाइजर की व्यवस्था की थी।

मौके पर पहुंचे सीओ सिटी और कोतवाल, पूछताछ की

लॉ कॉलेज में मीटिंग होने की सूचना मिलते ही सीओ सिटी सुनील दत्त और शहर कोतवाल हरीश वर्धन सिंह मौके पर पहुंचे, जब दोनों लोगों ने लॉ कॉलेज में एकत्रित लोगों से पूछताछ शुरू की, तो वह लोग एक-एक करके खिसकने लगे। दोनों अधिकारियों ने मौके पर निषेधाज्ञा का उल्लंघन और वैश्विक महामारी कोविड-19 के दिशा निर्देशों का अनुपालन ना होने की मोबाइल से वीडियो फिल्म बनाई। बाद में हल्का दरोगा से रिपोर्ट तलब की।

एफआईआर में डॉ. बुशरा और आमना का नाम नहीं

कोतवाली पुलिस ने पूर्व मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद के लॉ कॉलेज में हुई उनके बेटे शाने अली समर्थकों की मीटिंग में निषेधाज्ञा और महामारी के दिशा निर्देशों का उल्लंघन होने की जो रिपोर्ट दर्ज की, उसमें नामजद अभियुक्तों में ना तो पूर्व मंत्री की बेटी डॉ. बुशरा और ना ही पूर्व मंत्री की पत्नी आमना बेगम का नाम है। जबकि दोनों ही मीटिंग में मंचासीन थी।

ब्रिगेड के प्रदेश सचिव ने दिया इस्तीफा

पूर्व कैबिनेट मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद के बेटे डॉ. शाने अली का टिकट कटने आहत होकर समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव रिंकू पांडे ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर मुस्लिम समाज को धोखा देने का आरोप लगाया।

हर हाल में लड़ेंगे शाने अली चुनाव : डॉ. बुशरा

पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज अहमद की बेटी डॉ. बुशरा ने कहा कि समर्थकों की रायशुमारी के लिए मीटिंग बुलाई गई। समर्थकों का मत जानने के बाद अब उनके भाई शाने अली हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। चुनाव निर्दलीय लड़ेंगे या फिर किसी दल के टिकट पर, इसका भी जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।

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