Pollution Control Board investigation revealed: मीट एक्सपोर्ट फैक्ट्रियों की चर्बी से पट गए नाले
लव इंडिया, अलीगढ़। मीट इकाईयां सीधे नाले में चर्बी व दूषित पानी को प्रवाहित कर रही हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जांच में खुलासा हुआ है। मथुरा बाईपास स्थित अमरपुर कोंडला, तालसपुर में सात मीट इकाईयां संचालित हैं। अलीगढ़ ड्रेन, मडराक स्केप ड्रेन में ठोस अपशिष्ट चर्बी व गोबर बकाए जाने की जांच में पुष्टि हुई है। पानी के नमूने फेल हो गए हैं। स्लाटर हाउसों की मनमानी से यमुना व गंगा का पानी दूषित हो रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मीट फैक्ट्रियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
मीट एक्सपोर्ट इकाइयां लंबे समय से दूषित पानी व चर्बी को नाले में सीधे डाल रही हैं। यही कारण है कि कई बार चर्बी की बदबू से शहर के लोग परेशान हुए थे। पिछले कई माह से मीट इकाईयों की जांच नहीं हो रही थी। अभी हाल ही में अलीगढ़ आए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी इं. राधेश्याम ने इकाईयों के पास से जा रहे नालों की छह अप्रैल 2024 को जांच कराई और पानी के नमूने संकलित कराए।
पानी के नमूनों की एनएबीएल से प्रमाणित प्रयोगशाला में जांच कराई गई, जिसमें ऑक्सीजन शून्य, बीओडी व सीओडी सौ से दो सौ गुना अधिक पाई गई। उक्त नालों में जलीय जीव जंतु नहीं हैं। जलीय जीव जंतुओं के रहने योग्य भी पानी नहीं रह गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।