पोत्र अंबुज और आयुष्य बोले-काशी और मथुरा का सपना अभी अधूरा है ‘दादू’ का
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। अयोध्या की श्री राम जन्मभूमि को मुक्त करने के लिए पहली बार आवाज बुलंद करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सैनी और कांग्रेसी विधायक रहे दाऊ दयाल खन्ना का सपना था कि श्री राम जन्मभूमि के साथ-साथ द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख काशी विश्वनाथ मंदिर और मथुरा की लीलाधर कृष्ण की जन्मस्थली को भी मुक्त कराए जाएं, लेकिन दादू दाऊ दयाल खन्ना का यह सपना अभी अधूरा है। यह कहना है दाऊदयाल खन्ना के पोत्र अंबुज खन्ना और आयुष्य खन्ना का।
दाऊ दयाल खन्ना ने अयोध्या के श्रीराम जन्म भूमि को मुक्त कराने के लिए आवाज उठाई थी
अंबुज और आयुष्य दोनों एक साथ कहते हैं कि ‘दादू’ दाऊदयाल खन्ना ने कांग्रेस में रहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को रामजन्मभूमि की मुक्ति के लिए पत्र लिखा था। इतना ही नहीं, वर्ष 1983 में उन्होंने रामजन्मभूमि की मुक्ति के लिए आवाज उठाई थी। इसके साथ ही, काशीपुर और मुजफ्फरनगर में हुई जनसभा में दाऊ दयाल खन्ना ने अयोध्या के श्रीराम जन्म भूमि को मुक्त कराने के लिए आवाज उठाई थी। इस सभा में पूर्व गृहमंत्री गुलजारी लाल नंदा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक रहे रज्जू भैया उपस्थित थे।
करोड़ों सनातनी लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम की जन्म स्थान मुक्त हुआ
दाऊ दयाल खन्ना के पोत्र अंबुज खन्ना और आयुष्य खन्ना ने कहा कि इसके बाद दिल्ली में धर्म संसद हुई थी। फिर धीरे- धीरे यह अभियान मंदिर आंदोलन के रूप में देशभर में फैलता गया। दाऊ दयाल खन्ना के पोत्र अंबुज खन्ना और आयुष्य खन्ना ने लव इंडिया नेशनल से मुलाकात में कई रहस्यों से पर्दा उठाया और कहा कि कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने सांगठनिक बंदिशों को दरकिनार कर श्री राम जन्म भूमि का मुद्दा उठाया और मंदिर आंदोलन के सूत्रधारों में सम्मिलित हो गए थे और आज हम करोड़ों सनातनी लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम की जन्म स्थान मुक्त हुआ है और भव्य मंदिर बन गया जिसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को है और इसी के साथ देशभर में दीपोत्सव होगा और यकीन है यह ठीक वैसा ही होगा, जैसा लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने पर हुआ था।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 18 जनवरी को ही घर लौट रहे हैं पिता जी ओंकारनाथ खन्ना
दाऊ दयाल खन्ना के पोत्र अंबुज खन्ना और आयुष्य खन्ना ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए उनके पिता ओंकारनाथ खन्ना सेवानिवृत्ति मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि पिताजी अभी दुबई गए हैं लेकिन अपने आराध्य भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 18 जनवरी को ही घर लौट रहे हैं।