India Frozen Foods: मीट फैक्ट्री को नोटिस से हड़कंप, अब मामले को दबाबे के हो रहे प्रयास
लव इंडिया, सम्भल। इंडियन फ्रोजन फूड्स मीट फैक्ट्री को उत्तर प्रदेश प्रदूषण विभाग के नोटिस से संचालकों में हड़कंप हुआ है और मामले को दबाबे के प्रयास हो रहे हैं।
बताते चले तथाकथित फैक्ट्री पहले कई मामलो को लेकर चर्चा मे बनी रही है चाहे कोरोना काल के दौरान मजदूरों को मजदूरी ना देकर भागने का मामला हो या फिर शव बरामद होने व सरकारी भूमि को कब्ज़ाने जैसे मामलों को लेकर चर्चा मे रही है। तथा कथित मीट फैक्ट्री संचालक के द्वारा आये दिन मजदूर गेट पर सुरक्षा कर्मियों से दुर्व्यवहार भी किया जाता रहा है।
फैक्ट्री बचाने के लिए तथा कथित मीट फैक्ट्री संचालक कई नेताओं को अपने सम्पर्क मे रखता है, अक्सर चेकिंग के दौरान अधिकारियों से भी अभद्रता के मामले चर्चा मे रहे है। तथाकथित मीट फैक्ट्री संचालक अब सांठगांठ बनाने ओर मामले को ठंडे बस्ते मे डालने के तथा एडी चोटी का ज़ोर लगा रहे है।
क्षेत्र मे चर्चा है की इनके द्वारा ही दूसरे मीट फैक्ट्री संचालकों पर कार्यवाही करने के लिए हर संभव प्रयास किये गये लेकिन खुद के बिछाये जाल मे वह खुद ही फंस गये। कहावत है ना जो किसी के लिए बुरा सोचता है उसका खुद ही बुरा होता है। हमेशा यह महाशय अपनी फैक्ट्री को चलाने ओर बचाने के लिए राजनितिक संरक्षण मे रहते है। चुनाव के समय जिसका पलड़ा भारी देखते है उसकी तरफ ही लुड़क जाते है। गहनता से जाँच की जाये तो पुराने मामले इनके लिए मुसीबत खड़ी कर सकते है।
एक बार गरीबो के खोके उजाड़ने मे यह मुँह की खा चुके है ओर काफी किरकरी भी हो चुकी है। जब कोई व्यक्ति ने खून पसीने की कमाई की मजदूरी मांगने जाता है तो उसे पैसे मिलने तो दूर गेट से गार्डो द्वारा भगा दिया जाता है। या यह कहकर मना करा दिया जाता है कि वह फैक्ट्री मे नहीं है।