नाज़िर खान के आवास पर मुकम्मल हुआ कुरआन पाक
सम्भल के हयात नगर में नाज़िर खान के घर हाफिज नदीम मंसूरी ने कुरआन पाक मुकम्मल किया। रमज़ान का महीने बहुत बरकतों, रहमतों, फ़ज़ीलतो का महीना है।
इस महीने में अल्लाह कि रज़ा के लिए जितनी भी इबादत कि जाय वो कम ही है। अल्लाह कि रज़ा हासिल करने के लिए हमें अल्लाह अल्लाह कि तस्बीह पड़नी चाहिए।
अल्लाह के हुक्म पर अमल करना चाहिए अल्लाह कि बंदिगी करनी चाहिए। अल्लाह के रसूल मुहम्मद साहब कि सुन्नतों पर अमल करना चाहिए। रमज़ान के महीने में रोज़े रख कर अल्लाह कि रज़ा हासिल की जाती है।
नमाज़े तरावीह अदा करनी चाहिए। यह मुहम्मद साहब कि सुन्नत है हमे अल्लाह के रसूल कि एक एक सुन्नत को अपनाना चाहिए।
हाफिज नदीम साहब ने माहे रमज़ान के नमाज़े तरावीह अदा कराई और क़ुरआन पाक मुकम्मल किया। इस खुशी के मौके पर नात शरीफ पड़ी गई। कुलपांजब पड़ी हुई दुआ कि गई आपसी भाईचारा कायम रहे। एकता इत्तेफ़ाक़ अमन का पैगाम देना चाहिए। खुलूस मोहब्बत एक दूसरे कि इज़्ज़त करना चाहिए।