सपा नेता व पूर्व मंत्री ने कोर्ट में सरेंडर किया, जेल गए साथियों समेत
लव इंडिया, बरेली। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी केसर सिंह के दो समर्थकों पर जानलेवा हमला करने के आरोपी पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार, सह आरोपी बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष शेर सिंह गंगवार समेत अन्य आरोपियों ने भी स्पेशल कोर्ट एमपी एमएलए के समक्ष गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया है। कोर्ट ने सभी की जमा खारिज कर दी और जेल भेज दिया।
पूर्व मंत्री ने अपने अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह भड़ाना के जरिए कोर्ट में सरेंडर किया है। कोर्ट के आदेश पर कुछ देर में पूर्व मंत्री व उनके सहयोगियों को जेल भेजा जाएगा। नवाबगंज में मारपीट के मामले में सपा नेता भगवत सरन गंगवार समेत 10 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी आरोपी कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे। पुलिस पूर्व में उनके घर पर भी नोटिस चस्पा चुकी है।
बरेली के नवाबगंज में मारपीट और जानलेवा हमले में पांच साल पुराने मामले में सपा नेता भगवत सरन गंगवार, दो पूर्व ब्लाक प्रमुख समेत 10 लोगों के घरों पर पुलिस ने नोटिस चस्पा किए गए। यह कार्रवाई कोर्ट में हाजिर न होने पर की गई थी। भगवत सरन गंगवार समेत दस लोगों को स्पेशल कोर्ट ने साल 2017 में नवाबगंज में मारपीट और जानलेवा हमले में फरार घोषित किया।
विशेष लोक अभियोजक औचित्य द्विवेदी के मुताबिक फरवरी 2017 में नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी केसर सिंह गंगवार और उनके साथियों से मारपीट और जान से मारने की नियत से हमला करने के मामले में भगवत सरन गंगवार समेत दस लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी भगवत सरन गंगवार और आठ अन्य अभियुक्त अदालत में हाजिर नहीं हुए। कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस उन्हें गिरफतार नहीं कर सकी।
इसके बाद कोर्ट ने भगवत सरन गंगवार, वीरपाल, विनोद दिवाकर, अनिल गंगवार, योगेंद्र सिंह गंगवार, ओमेंद्र सिंह, पुरूषोत्तम गंगवार, शेर सिंह गंगवार, तरूण कुमार और सुधीर मिश्रा को फरार घोषित कर दिया गया। अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए इन लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा कर दिए। अब पूर्व मंत्री ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।