‘व्यक्ति का विवेक जागृत कर शिक्षा सही और गलत में अंतर करना सिखाती’

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लव इंडिया, मुरादाबाद। 27 जनवरी को गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कॉलेज में प्राचार्य प्रोफेसर चारू मेहरोत्रा जी के निर्देशन में हिंदी विभाग द्वारा शिक्षा और दर्शन में संबंध विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।

मुख्य वक्ता बरेली कॉलेज बरेली के रक्षा अध्ययन विषय के प्रोफेसर अलाउद्दीन खान जी रहे। वक्तव्य के दौरान प्रो.अलाउद्दीन खान जी ने उच्च शिक्षा के उद्देश्यों पर बल देते हुए बताया कि शिक्षा व्यक्ति का विवेक जागृत कर उसे तार्किक बनाकर सही और गलत में अंतर करना सिखाती है। शिक्षा जीवन का व्यवहारिक पक्ष है। सच्चे अर्थों में शिक्षा वही है जो व्यक्ति में मानवता को विकसित करती है एवं आत्म निरीक्षण के अवसर प्रदान करती है। प्राचार्या प्रो. चारू मेहरोत्रा जी ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर अलाउद्दीन खान जी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं प्राचीन भारतीय शिक्षा की विशेषताओं एवं महत्व की वर्तमान समय में सार्थकता को समझाया।

कार्यक्रम में उप प्राचार्या प्रो.अंजना दास एवं चीफ प्रॉक्टर प्रो. कविता भटनागर की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की प्रो. वंदना पांडेय तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफ़ेसर सुधा सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो. अंशु सरीन, प्रो. पुनीता शर्मा, प्रो.किरण साहू, प्रो.अपर्णा जोशी, प्रो. किरण त्रिपाठी, प्रो.अनुराधा सिंह प्रो.सीमा गुप्ता, प्रो. अंचल गुप्ता,डॉ० इंदू सिंह राजपूत, श्रीमती रितु निरवाल, श्रीमती प्रीति सिंह, डॉ प्रीति पांडे, डॉ रेनू शर्मा, डॉ शेफाली अग्रवाल, डॉ सविता अग्रवाल, डॉ सीमा मलिक, डॉ रूपाली गुप्ता, डॉ सीमा रानी, डॉ मोनिका सिंह एवं प्रज्ञा मित्तल आदि शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।

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