प्रदेश के वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण ने कायस्थ संगठनों के साथ किया पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण

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लव इंडिया, बरेली। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर आज फर्राशी टोला, बरेली स्थित शास्त्री जी की प्रतिमा पर उत्तर प्रदेश के वन राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार के साथ कायस्थ संगठनों के लोगो ने माल्यार्पण किया ।

डॉ अरुण ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री सही अर्थों में भारत रत्न थे। उन्होंने अपनी ईमानदारी, सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ संकल्प से भारत का नेतृत्व किया। इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि गुदड़ी के लाल कहे जाने वाले शास्त्री जी ने न सिर्फ देश के वीर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया बल्कि किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किये।

फर्राशि टोला में उनकी प्रतिमा पर कायस्थ सभा के वेद प्रकाश कातिब, आलोक सक्सेना, गोविंद सक्सेना, आलोक प्रधान, श्याम दीप सक्सेना, सभासद श्रीमती शालिनी जोहरी, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, अभय भटनागर, निर्भय सक्सेना, रवि जोहरी, सुधा सक्सेना शालू सक्सेना, किरन सक्सेना, अनूज कांत सक्सेना, मनोज सक्सेना, प्रतिभा जौहरी, ममता जौहरी, प्रदीप सक्सेना, राकेश सक्सेना, अनिलेश सक्सेना, अनूप सक्सेना, दीपक सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

कायस्थ चेतना मंच एवं मानव सेवा क्लब के संयुक्त तत्वावधान में फ़र्राशी टोला में लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम में भाजपा के नव नियुक्त नगर निगम चुनाव संयोजक अधीर सक्सेना, महानगर युवा अध्यक्ष अमन सक्सेना आदि ने लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। कायस्थ चेतना मंच के अध्यक्ष संजय सक्सेना जी ने कहा उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश का नेतृत्व किया । उनका नारा “जय जवान, जय किसान” युद्ध के दौरान बहुत लोकप्रिय हुआ।

मानव सेवा क्लब अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने कहा लाल बहादुर शास्त्री स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उन्होंने पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के आकस्मिक निधन के बाद शपथ ली। वरिष्ठ पत्रकार निर्भय सक्सेना ने कहा लाल बहादुर शास्त्री ने भारत के प्रधान मंत्री चुने जाने से पहले विभिन्न मंत्री पदों पर कार्य किया था। वे स्वछ एवं साफ छवि के थे।

अखिलेश सक्सेना ने कहा स्वाधीनता संग्राम के आन्दोलनों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। महासचिव अमित सक्सेना विंदु ने कहा परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। कार्यक्रम में मुकेश सक्सेना एवं अविनाश सक्सेना भी उपस्थित थे।

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