डॉक्टरी की डिग्री के नाम पर 16 दूनी आठ, यह हैं सक्टूनगला के दिलशाद
लव इंडिया, मुरादाबाद। यह स्वास्थ्य विभाग भी बड़ा अजीब है दम भरता है गरीब कमजोर और असहाय व्यक्ति के इलाज का लेकिन इसके जिम्मेदार अफसरों ने योगी सरकार के आदेशों की उल्टी गिनती शुरू कर रखी है अर्थात पालन उल्टा करना शुरू कर दिया। आदेश झोलाछाप और उनके अस्पतालों को रोकने का है लेकिन यहां तो 16 दूनी आठ की गिनती चालू है तभी तो पूर्व विधायक के गांव में झोलाछाप खुलेआम अस्पताल चल रहा है और यह झोलाछाप खुद को बड़ा डिग्री धारक बताते हुए अपने को पाक साफ और दिलशाद बताता है।
मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डाक्टरों के आगे पूरी तरह नतमस्तक है गांव- कस्बों में झोलाछाप डाक्टरों ने अपने अस्पताल खोल रखे है। बैडों का अभाव होने के कारण चारपाईयों पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला दलपतपुर करनपुर रोड़ स्थित गांव सट्टूनंगला का सामने आया है।
सट्टूनंगला अड्डे पर ही डाक्टर दिलशाद अली ने ए एफ चिल्ड्रन हेल्थ केयर सेंटर खोल रखा है जहां बैडों की जगह चारपाईयों पर डेंगू के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। ये झोलाछाप डाक्टर खुद को बीएएमएस बताकर गांव की भोलीभाली जनता को धोखा देकर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। असल में इन पर बीएनबाईएस का डिप्लोमा फर्जी है जिसका मेडिकल क्षेत्र में कोई महत्व नहीं है। लेकिन खुद को बाल रोग विशेषज्ञ लिखने से बाज नही आ रहें। सीएमओ आफिस में मालूम किया तो ज्ञात हुआ कि सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन नहीं है। इस अवैध अस्पताल में एक डिस्पेंसरी भी मौजूद है उसका भी रजिस्ट्रेशन संबंधित विभाग में नहीं है।
हालांकि, विभाग की ओर से लगातार झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ छापेमारी अधिकारी कर रहे है लेकिन दो दिन बाद खोल भी रहे है। इसलिए झोलाछापों के हौसले बुलंद है। उनका दो टूक कहना है कि जब तक बिकाऊ अधिकारी है तब तक हम है और हमारा अस्पताल है।