स्टुडेंट्स ने समझी सैटेलाइट अर्थ स्टेशन की वर्किंग
लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग-एफओई और कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-सीसीएसआईटी के स्टुडेंट्स ने बीएसएनएल के शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान-एडवांस्ड लेवल टेलीकॉम ट्रेनिंग सेंटर-एएलटीटीसी, गाजियाबाद का औद्योगिक भ्रमण किया। औद्योगिक दौरे का उद्देश्य उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के साथ-साथ स्टुडेंट्स की हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग एंड लर्निंग और उनके इंडस्ट्रियल एक्सपोजर देना रहा है। स्टुडेंट्स ने एएलटीटीसी की अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं और सैटेलाइट अर्थ स्टेशन का दौरा भी किया, जहां छात्रों ने उपग्रह संचार की क्रियाविधि के बारे में जाना।
एएलटीटीसी के एसडीई अभिषेक गुप्ता और एएलटीटीसी के कनिष्ठ दूरसंचार अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह यादव ने छात्रों को टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर प्लांट, कंप्यूटर नेटवर्क का अवलोकन, इसके लाभ और उपयोग, लाइव टेलीकॉम नेटवर्क टेक्नोलॉजी- एलटीएनटी, टेलीकॉम बनाम आईटी संचार के बीच का अंतर, इलेक्ट्रॉनिक दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-एआई की भूमिका और संचार इंजीनियरिंग, ऑप्टिकल फाइबर संचार का परिचय, फाइबर के प्रकार, केबल के प्रकार, एफ़डीएफ़, एफ़डीएमएस, कनेक्टर्स, स्प्लिसिंग, क्लोजर आदि कनेक्शनों, 3जी, 4जी और 5जी मोबाइल संचार-3जी यूएमटीएस, 4जी मोबाइल संचार, इत्यादि के बारे में विस्तार से समझाया।
उन्होंने एएलटीटीसी की ओर से प्रदान किए जाने वाले विशेष पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। एएलटीटीसी के सभी अधिकारियों ने टीएमयू के स्टुडेंट्स को कम्प्यूटरीकृत डेटा नेटवर्क, मेटावर्स पर प्रकाश डालते हुए इसे एक एकल, सार्वभौमिक और इमर्सिव आभासी दुनिया के रूप में इंटरनेट के एक काल्पनिक पुनरावृत्ति के रूप में आभासी वास्तविकता-वर्चुअल रियलिटी-वीआर और संवर्धित वास्तविकता- एडवांस्ड रियलिटी-एआर के साथ-साथ हेडसेट के उपयोग के बारे में बताया।
दूसरी ओर इंडस्ट्रियल विजिट के लिए रवाना होने से पूर्व सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने बताया, एएलटीटीसी, गाजियाबाद बीएसएनएल का शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान है। यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए फिक्स्ड और वायरलेस ब्रॉडबैंड, साइबर सुरक्षा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स-आईओटी के लिए उत्कृष्टता केंद्र भी है। एएलटीटीसी दूरसंचार प्रौद्योगिकी, वित्त और प्रबंधन के मोर्चे पर कार्य करता है और बिजनेस लीडर्स को प्रशिक्षण प्रदान करता है।
प्रो. द्विवेदी ने कहा, एएलटीटीसी, गाजियाबाद की यह औद्यौगिक विजिट स्टुडेंट्स को विषयों के अपने सैद्धांतिक ज्ञान को उद्योग जगत में व्यावहारिक अनुप्रयोग में लाने में विशेष मददगार होगी। बीसीए, बीएससीऑनर्स-सीएस, बीटेक-इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर और एमसीए-फ़र्स्ट ईयर के लगभग 100 से अधिक स्टुडेंट्स औद्योगिक दौरे में शामिल रहे। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की डॉ. अलका वर्मा और सीसीएसआईटी के डॉ. प्रियांक सिंघल के संग-संगएफओई की डॉ. गुलिस्ता खान और सीसीएसआईटी के विनीत चौहान का भी इंडस्ट्रियल विजिट में विशेष सहयोग रहा।
इससे पूर्व, इंडस्ट्रियल विजिट की टीम को सीसीएसआईटी के वाइस प्रिंसिपल प्रो. अशेंद्र कुमार सक्सेना, एफओई के वाइस प्रिंसिपल डॉ. पंकज कुमार गोस्वामी, सीसीएसआईटी के विभागाध्यक्ष डॉ. शंभु भारद्वाज, सीसीएसआईटी के प्रॉक्टर प्रो. आरसी त्रिपाठी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डॉ. शुभेन्द्र प्रताप सिंह, बीटेक-सीएस के कोऑर्डिनेटर श्री रूपल गुप्ता, एफ़ओई की डिप्टी प्रॉक्टर डॉ. जरीन फ़ारूक, डॉ. रंजना शर्मा, डॉ. अमित शर्मा, श्रीमती नीरज कुमारी, हरजिन्दर सिंह और प्रशांत कुमार आदि ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।