यूपी बोर्ड का हाल: छात्र ने कॉपी में लगाई गुहार, ‘सर, पास कर दीजिए
यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान विद्यार्थियों के मार्मिक संदेश भी पढ़ने को मिल रहे हैं। कोई दादी की मृत्यु तो कोई बहन की शादी का हवाला देकर उत्तीर्ण करने की गुहार लगा रहा है। एक विद्यार्थी ने बड़े भाई के प्रथम श्रेणी में पास होने का हवाला दिया और लिखा कि सर, प्लीज पास कर दीजिए। भाई से कम मार्क्स मिले तो बहुत सुनना पड़ेगा। इस तरह के संदेश पढ़कर परीक्षक हैरान हैं। कुछ विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने पूरा प्रश्नपत्र उतार दिया है।
पांच दिनों में 2,58,672 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया है। कुल 8,36,505 कॉपियों का मूल्यांकन होना है। अब तक जितनी कॉपियों का मूल्यांकन हुआ है, उनमें कोरोना महामारी का असर देखने को मिला है। परीक्षकों के मुताबिक, विद्यार्थियों ने सवालों का जवाब देने में कंजूसी की है। मूल कॉपी 16 पन्नों की है, जो भरी नहीं जा सकी है।
दो वर्षों तक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन पढ़ाई की है। ऐसा लगता है कि कॉपी मेें लिखने की आदत छूट गई है। अपेक्षा के अनुरूप बी कॉपियों का इस्तेमाल नहीं हुआ है। अधिकतर कॉपियों में जवाब में नाम या तो सवालों को उतार दिया गया है। डीआईओएस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में 8,014, एमपी इंटर कॉलेज में 13,433, एमएसआई इंटर कॉलेज में 15,854, मारवाड़ इंटर कॉलेज में 15,176, सेंट एंड्रयूज कॉलेज में 21,550 समेत कुल 74,037 कॉपियों का मूल्यांकन हुआ है।
अनुपस्थित शिक्षकों का रुकेगा वेतन
यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन से अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा। बोर्ड ने शिक्षकों की सूची तैयार कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। बुधवार को हुए मूल्यांकन कार्य में 683 परीक्षक और 72 प्रधान परीक्षक अनुपस्थित रहे।