अक्षय तृतीया को लेकर वाराणसी के बाजारों में दिखने लगी रौनक, 100 करोड़ रुपये के व्यापार की आस
वाराणसी के बाजारों में अक्षय तृतीया की तैयारियों को लेकर रौनक दिखने लगी है। इस बार यह तीन मई को है। लोगों ने गंगा स्नान, दान और खरीदारी के लिए तैयारी शुरू कर दी है। अक्षय तृतीया पर ज्यादातर लोग सोने, चांदी के बने गहने, बर्तन और सिक्के खरीदते हैं। इस वर्ष लगन मुहूर्त भी काफी हैं। सर्राफा व्यवसायियों को अनुमान है कि बनारस में 100 करोड़ तक का व्यापार हो सकता है।
अक्षय तृतीया शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। मान्यता है कि इस दिन आभूषणों की खरीदारी शुभ होती है। शहर के ठठेरी बाजार, चौक, सिगरा, विजया, गोदौलिया स्थित सभी छोटी बड़ी दुकानों में विशेष तैयारियां की गई हैं।
20 से 25 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज में छूट की योजना
कई स्वर्णकारों ने लगन को देख चूड़ी, कंगन, ब्रेसलेट पर 20 से 25 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज में छूट देने की योजना बनाई है। बाजार में परंपरागत ज्वेलरी में नई डिजाइन के साथ-साथ इंडो वेस्टर्न गहनों की बड़ी रेंज उपलब्ध है। लड़कियों में हल्के डिजाइन वाले गहनों के प्रति विशेष लगाव देखा जा रहा है।
वाराणसी सर्राफ संघ के प्रवक्ता रवि सर्राफ बताते हैं कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते अक्षय तृतीया पर बाजार मंदा था। स्वर्णकारों ने सोशल मीडिया के माध्यम से गहनों के डिजाइन भेज कर व्यवसाय किया। इस बार स्थिति सामान्य है। करीब 100 करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना है।