मेनका गांधी- वरूण गांधी की कर्मभूमि पर ऐसा क्या कह गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि हर कोई हो गया मुरीद
लव इंडिया, पीलीभीत। एक दशक के बाद पहली बार पीलीभीत की सरजमी पर प्रधानमंत्री का आगमन हुआ। मौका चुनाव का था। लिहाजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीलीभीत सीट के सियासी समीकरणों को ध्यान में रखकर जो कुछ बोले, उसके सियासी मायने अलग ही है। चाहे किसान आंदोलन हो या फिर वरुण गांधी का टिकट काटने का मामला हो, प्रधानमंत्री पूरी तरह से वाकिफ नजर आए, तभी तो उनके चुनावी भाषण का पूरा फोकस सिख मतदाताओं पर रहा। प्रधानमंत्री में सिखों के मन को छूने का प्रयास किया।
भारत अगर ठान लेता है तो सफलता हासिल करके रहता है
इमंड राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित चुनावी सभा में मंच संभालते ही प्रधानमंत्री ने कुछ इस तरह से शुरुआत की कि मैं सभी सिख गुरुओं को भी नमन करता हूं। कुछ ही दिन में वैसाखी भी आने वाली है। मैं आपको बैसाखी की भी शुभकामनाएं देता हूं। मुझे यहां पीलीभीत के साथ ही बरेली की जनता जनार्दन के दर्शन का भी सौभाग्य मिला है और सभी और एक ही संदेश है। बहुत ही स्वस्थ संदेश है। एक ही गूंज सुनाई दे रही है फिर एक बार फिर… एक बार फिर एक बार…. बचपन से सुनते आए हैं। – सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियों सो मैं बाज लड़ाऊं, तबे गोबिंद सिंह नाम कहाऊं… यह बोल भारत की वीर परंपरा के प्रतीक है। यह बोल सिखाते कि लक्ष्य कितना ही कठिन क्यों ना हो। भारत अगर ठान लेता है तो सफलता हासिल करके रहता है। आज इसी प्रेरणा से और इसी ऊर्जा से भारत के लोग शिक्षित भारत के संकल्प पर काम कर रहे हैं। सारी दुनिया को मुश्किलों के बीच भारत यह दिखा रहा है कि उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। भारत जब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती आर्थिक ताकत बना तो आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ ? आपको गर्व हुआ कि नहीं हूं।
भारत नागरिकता नहीं देगा तो फिर क्या कोई और देगा
प्रधानमंत्री चुनावी सभा में मौजूद सिखो की और मुखातिब होकर के बोले- अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहब के पवित्र स्वरूप को भी पूरी श्रद्धा से वापस लाएं तब आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? पीएम ने कहा कि तुष्टीकरण के ही दबाव में कांग्रेस हो या सपा सीएए का भी विरोध कर रही है। विदेशी इस धरती पर अत्याचार की वजह से भागे। हिंदुओं और सिख भाई बहनों मुझे बताइए कि मेरे इन हिंदू भाई बहनों को भारत नागरिकता नहीं देगा तो फिर क्या कोई और देगा।
समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ, उस कांग्रेस ने 1984 में सिखों के साथ क्या किया था
सीएए का पीलीभीत में रहने वाले अनेक परिवारों को मेरी गारंटी है कि आप अप्लाई करिए, आपको हमेशा की मुसीबत से मुक्ति मिल जाएगी। आप भारत के नागरिक के नाते गर्व से जी पाएंगे लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी तो इस पर भी ऐतराज जता रही है। इस सभा में बड़ी संख्या में शरणार्थी भी है। सिख भाई बहन भी है। समाजवादी पार्टी आज जिस कांग्रेस के साथ खड़ी है, उस कांग्रेस ने 1984 में सिखों के साथ क्या किया था, यह कोई भूल नहीं सकता।
यह बीजेपी है, जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है
कहा कि हमें गर्व होता है, जब करतारपुर साहिब कॉरिडोर के द्वारा लाखों श्रद्धालुओं, दशकों से जो उनके मन में दर्द था, जो पोड़ा थी. उससे मुक्त हो करके आज करतारपुर साहिब जाकर मत्था टेक करके हमे आशीर्वाद लेकर आते हैं। यह भाजपा सरकार है, जिसने लंगर की वस्तुओं पर से जीएसटी हटाया। हमने श्री हरमंदिर साहिब के लिए एफसीआरए रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया, जिससे विदेश के लोगों को भी सेवा करने का अवसर मिले। हमने वीर बाल दिवस मना कर साहिब जादों के शौर्य को सम्मान दिया। गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व हो, गुरु तेज बहादुर जी का 400 वां प्रकाश पर्व हो. गुरु गोविंद सिंह जी का 350 वां प्रकाश पर्व हो, भाजपा सरकार में देश-विदेश में सभी पर्व धूमधाम से मनाए गए। यह बीजेपी है, जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है। उनकी भावनाओं समझते हुए काम करती है।
पीलीभीत की बांसुरी और टाइगर का जिक्र करना नहीं भूले पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीलीभीत में एक तरफ बांसुरी की सुरीली आवाज तो दूसरी तरफ टाइगर की दहाड़ भी है। सरकार पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ख्याति को भी देश और दुनिया के कोने-कोने में ले जाने का काम कर रही है। यहां इको टूरिज्म का नया एक सिस्टम बन रहा है। यहां के नौजवानों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर बन रहे हैं।
मोदी के टेस्ट में जनता फेल
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश मजबूत होता है तो दुनिया उसकी सुनती है। उन्होंने लोगों से सवाल किया कि आज दुनिया में भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? चारों तरफ डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? दुनिया के हर कोने में डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? यह कैसे हुआ ? यह किसने किया ? आपका जवाब गलत है। यह मोदी ने नहीं किया, यह आपका एक वोट ने किया है। यह आपके वोट की कीमत है और आपके वोट से सरकार मजबूत बनती है।
पीएम ने स्थानीय उपलब्धियां भी गिनाईं
प्रधानमंत्री ने सरकार की पीलीभीत जनपद की उपलब्धियां का जिक्र करते हुए कहा कि पीलीभीत से भोजीपुरा, पीलीभीत से टनकपुर तक रेलवे के ब्रॉड मेज होने से एक्सप्रेस ट्रेन भी चलने लगी है। धनारा घाट पर 250 करोड़ की लागत से पुल बनाने का काम भी शुरू होने वाला है। इससे शारदा नदी किनारे रह रहे हजारों लोगों को आसानी होगी, यह जो सुविधा बन रही है। यह किसान और नौजवानों, दोनों के लिए नए अवसर लेकर आती है। पुरानी सरकारों के दौरान जो उद्योग यहां बंद पड़ गए थे, उनको भी इससे नई ऊर्जा मिलेगी।