केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह बोले, 2047 तक युवाओं के बूते दुनिया का सिरमौर होगा भारत

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लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के ऑडी में मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सेवा, सुशासन एवम् गरीब कल्याण को लेकर मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र का प्रबुद्ध वर्ग संवाद तकरीबन 20 मिनट के सारगर्भित संबोधन में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय- कार्मिक, लोक शिकायत मंत्रालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा, आज का हिन्दुस्तान युवाओं का है। देश की करीब 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या युवाओं की है। सरकार के सभी निर्णय युवाओं और महिलाओं को केन्द्र में रख कर लिए गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई, इन्हीं युवाओं के जोश, जुनून और संकल्प के बूते भारत 2047 तक पूरी दुनिया का सिरमौर होगा। हमारा विज़न शताब्दी बरस तक सभी युवाओं को स्किलफुल बनाना है। उन्होंने इच्छा व्यक्त कि काश, वह भी इसी पीढ़ी के नौजवान होते। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी युवाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है। चाहें प्रमाण पत्रों को प्रमाणित करने की प्रक्रिया में बदलाव हो या इंटरव्यू की समाप्ति या फिर स्टार्ट अप और स्टैंड अप इंडिया के क्रियान्वयन का सवाल, सभी के मूल में युवा शक्ति का उत्थान ही है। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, कुलाधिपति सुरेश जैन आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सेवा, सुशासन एवम् गरीब कल्याण को लेकर मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग संवाद का शुभारम्भ किया।

इस मौके पर सत्यपाल सिंह सैनी, सर्वेश कुमार सिंह, एमएलसी गोपाल अंजान, डॉ. शैफाली सिंह चौहान, राजेश कुमार चुन्नू, विजयभान सिंह, राजपाल सिंह चौहान, धर्मेन्द्र नाथ मिश्रा, अशोक पाल, डॉ. विशेष गुप्ता आदि की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। प्रोग्राम कलस्टर सत्यपाल सिंह सैनी ने स्वागत भाषण दिया, जबकि डॉ. विशेष गुप्ता ने वोट ऑफ थैंक्स दिया। इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र सिंह का कुलाधिपति सुरेश जैन ने बुके देकर गर्मजोशी से स्वागत किया। साथ ही सभी अतिथियों को बारी-बारी से बुके देकर स्वागत किया गया। अंत में कुलाधिपति सुरेश जैन ने शाल ओढ़ाकर एवम् स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के संयोजन की जिम्मेदारी का निर्वहन डॉ. विशेष गुप्ता और डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने किया। संचालन लॉ फैकल्टी डॉ. माधव शर्मा ने किया। प्रबुद्ध वर्ग संवाद का समापन राष्ट्रगान के संग हुआ।

स्टार्ट अप की दुनिया युवाओं के लिए वरदान

मुख्य अतिथि ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के करीब तीन माह बाद ही स्टुडेंट्स को अपने प्रमाण पत्र राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित कराने की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया। यकीनन ऐसा करके उन्होंने अपने देश के युवाओं पर भरोसा जताया। विभिन्न सरकारी नौकरियों में इंटरव्यू की प्रक्रिया को खत्म किया ताकि सभी को बराबर का हक मिल सके। युवाओं के लिए बनी स्टार्ट अप इंडिया नीति का जिक्र करते हुए कहा, देश में 2014 में करीब 350 स्टार्ट अप थे लेकिन आज एक लाख से अधिक हैं। भारत के बहुतेरे स्टार्ट अप यूनिकॉर्न श्रेणी में शुमार हैं। उन्होंने स्वीकारा, दुनिया का कोई भी देश अपने 100 प्रतिशत युवाओं को नौकरी मुहैया नहीं करा सकता। ऐसे में स्टार्ट अप की दुनिया युवाओं के लिए वरदान है। स्टार्ट अप शुरू करने के लिए सरकार ने मुद्रा योजना जैसी और भी अनेक योजनाएं बनाई हैं, जो युवाओं को स्टार्ट अप शुरू करने में आर्थिक मदद करती हैं। साथ ही तकनीकी सुविधा भी युवाओं को दिलाई जाती है।

2014 से पहले थे देश में 74 हवाई अड्डे, आज 148

मुख्य अतिथि डॉ. सिंह ने जाने-माने वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के एक चित्र स्मरण कराते हुए कहा, जिसमें वह साइकिल पर सैटेलाइट लेकर जा रहे हैं। हमारे देश के युवा मेहनती हैं। दृढ़ निश्चयी हैं। साहसी हैं। पहले युवाओं को उचित वातावरण और सुविधाएं नहीं मिल पाती थीं। आज हमारी सरकार ने युवाओं को सकारात्मक वातावरण दिया है। सभी संसाधन उन्हें प्रदान किए हैं। इसकी बदौलत आज हम अमेरिका के सैटेलाइट भी लांच कर रहे हैं।

उन्होंने सरकार की विकास नीतियों को बताते हुए कहा, 2014 से पहले देश में मात्र 74 हवाई अड्डे थे, लेकिन वर्तमान में दोगुना यानी 148 हवाई अड्डे हैं। हमारी सरकार ने उन सभी जगहों जैसे- सिक्किम, अरूणाचल सरीखे प्रदेशों में हवाई अड्डे बनाए, जहां थे ही नहीं। हमारी पार्टी वोट की राजनीति से ऊपर उठकर काम करती है। युवाओं को की-वोटर्स की संज्ञा देते हुए कहा, वे तर्क से भरे हैं। एनईपी-2020 को लेकर बोले, इसमें मल्टी डिसिप्लेनरी अप्रोच को शामिल किया गया है। ड्रॉप आउट को खत्म करने पर फोकस किया गया है। स्टार्ट अप, इन्नोवेशन, रिसर्च, कोलाबोरेशन आदि को शिक्षा में शामिल किया गया है। एनईपी स्टुडेंट्स को डिग्री के लिए बंधक नहीं बनाती, बल्कि उसमें स्किल्स डवलप करती है।

टीएमयू ज्ञान का भंडार

केन्द्रीय मंत्रीपीएमओ से संबद्ध केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा, तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में बहुत कुछ सीखने और प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने यूनिवर्सिटी के कैंपस को आकर्षक बताया। उल्लेखनीय है, शिक्षा मंत्रालय की हालिया जारी सूची में टीएमयू ने इन्नोवेशन श्रेणी में देश की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में स्थान पाया है। इसके लिए उन्होंने कुलाधिपति श्री सुरेश जैन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। इससे पूर्व टीएमयू कैंपस की भव्यता और इंफ्रास्ट्रक्चर की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के तत्कालीन वीसी रिटायर्ड जनरल जमीर उद्दीन शाह, यूपी के तत्कालीन राज्यपाल श्री राम नाईक, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम हस्तियां समय-समय पर कायल रह चुकी हैं।तर्क संगत सवाल, तर्क सिद्ध ही जवाब…प्रबुद्ध वर्ग संवाद में टीएमयू की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित, टिमिट के डायरेक्टर प्रो. विपिन जैन, डॉ. दीप्लोनल बनर्जी और कारोबारी श्री विपिन गुप्ता ने केन्द्रीय मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह से अपने-अपने विषयों से जुड़े सवाल किए। इन विद्वानों ने एनईपी-2020 के तहत स्टार्ट अप, वोकेशनल एजुकेशन, एंटरप्रोन्योरशिप, लॉ, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी ड्रॉप इन सुविधा, एमबीए स्टुडेंट्स को इंडस्ट्रीयल इंटर्नशिप, रिसर्च ग्रांट, एनओसी आदि के जुड़े सवाल पूछे।

मुख्य अतिथि ने सभी सवालों का तर्क सिद्ध जवाब दिया। उन्होंने मौजूदा समय को आइडिया ऐरा बताते हुए चेन्नई के स्नो हाउस का उदाहरण दिया। बोले, सच यह है, युवाओं को अपना डोमेन तय करना होगा। आपको अपना माइंड सेट बदलना होगा। उन्होंने ड्रॉप आउट से लेकर ड्रॉप इन तक विस्तार से चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा, लॉ, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी ड्रॉप इन सुविधा भविष्य में लागू हो जाएगी। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया, सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में भी टीचर्स के लिए ड्रॉप इन की नीति होनी चाहिए। रिसर्च ग्रांट पर भी तर्क संगत जवाब दिया। साथ ही उन्होंने बताया, व्यापारियों की सहूलियतों के लिए हमारी सरकार करीब सोलह सौ कानूनों को खत्म कर चुकी है।

भारत के विकास में मंत्री जी का ख़ास योगदान

चांसलरतीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, भारत के चहुंमुखी विकास में गहराई से जिनका योगदान है, उनमें बहुतेरे मंत्रालयों की बागड़ोर मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह जी के पास है।

बोले, यह यूनिवर्सिटी का सौभाग्य है, वह बतौर मुख्य अतिथि हमारे बीच हैं। उन्होंने उम्मीद जताई, वह भविष्य में भी टीएमयू को अपना आशीर्वाद देते रहेंगे। उन्होंने अपने संक्षिप्त संबोधन में माननीय केन्द्रीय मंत्री को स्मरण कराया, 2019 के लोकसभा चुनाव से पूर्व टीएमयू में हुए प्रबुद्ध वर्ग संवाद में माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ आए थे। कुलाधिपति ने टीएमयू में कल आयोजित रोजगार मेले की चर्चा करते हुए कहा, पहले ज्वाइनिंग लेटर लेने में ख़ासी दुश्वारी होती थी। अब उन्हें सरकार बुला कर ज्वाइनिंग लेटर दे रही है। यही शासन और सुशासन का फर्क है। उन्होंने यूनिवर्सिटी की तमाम उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा, यदि हम हर साल पांच हजार छात्रों के दाखिले लेते हैं तो करीब दस हजार से अधिक स्टुडेंट्स आवेदन करते हैं। टीएमयू अपनी गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं करती है।

इन हस्तियों की रही मौजूदगी

केन्द्रीय मंत्री माननीय डॉ. जितेन्द्र सिंह, कुलाधिपति श्री सुरेश जैन के अतिरिक्त प्रबुद्ध वर्ग संवाद के कलस्टर इंचार्ज श्री सत्यपाल सिंह सैनी, एमएलसी श्री गोपाल अंजान, श्री सर्वेश कुमार सिंह, डॉ. शैफाली सिंह चौहान, श्री राजेश कुमार चुन्नू, श्री विजयभान सिंह, श्री राजपाल सिंह चौहान, श्री धर्मेन्द्र नाथ मिश्रा, श्री अशोक पाल, कार्यक्रम संयोजक डॉ. विशेष गुप्ता आदि मंचासीन रहे। इसके अलावा टीएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, डायरेक्टर प्रो. एमपी सिंह, डायरेक्टर प्रो. हरबंश दीक्षित, डायरेक्टर प्रो. आरके द्विवेदी, डायरेक्टर प्रो. विपिन जैन, डॉ. मनीष गोयल, प्रो. प्रवीण जैन, डायरेक्टर प्रो. आरएन कृष्णिया, प्रो. निखिल रस्तोगी, डॉ. ज्योति पुरी, डॉ. अलका अग्रवाल, डॉ. अमित शर्मा, डॉ. एसके सिंह, प्रो. अनुराग वर्मा, डायरेक्टर श्री विनीत नेहरा, श्री आकाश भटनागर, श्री रविन्द्र देव, डॉ. पंकज गोस्वामी, श्री अतुल दयाल, श्री आशीष सिंघई, डॉ. विनोद जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।

भारतीय जनता पार्टी और उसके अनुशांगिक संगठनों, शैक्षणिक और सामाजिक संगठनों की ओर से श्री ब्रजपाल यादव, डॉ. देवेन्द्र सिंह, श्री अनिल शर्मा, श्री राकेश कुमार सिंह, श्री सोमदत्त शर्मा, श्री राजेश रस्तोगी, श्री राजेश भारतीय, श्री पवन जैन, डॉ. हरेन्द्र सिंह, श्री दिनेश चन्द्र सिसौदिया, श्री सुमित चौधरी, श्री मोहनलाल सैनी, श्री भजन लाल पाल, श्री नत्थू राम कश्यप, श्री कमल गुलाटी, श्री विमलेन्द्र कुमार, श्री धवल दीक्षित, श्री पंकज दर्पण, श्री मनोज कुमार शर्मा, डॉ. सुनीत गिरी, श्री अभिषेक चौबे, श्री अरूण पंडित, श्री राजन विश्नोई, श्री चन्द्रपाल सैनी, श्रीमती सुनीता शर्मा, श्रीमती शशि किरन की भी उपस्थिति रही।

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