रंग बारात में होली पर हुरियारों का रहता है अलग अंदाज !

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निर्भय सक्सेना, बरेली। मेट्रो शहरों में होली का हुड़दंग भले ही आजकल कम हो गया हो पर अपने स्मार्ट सिटी बरेली में होली हुड़दंग के लिए हुरियारों अपने बड़े पीतल वाले लंबे हैंड पम्प निकाल कर उनमें तेल पानी के साथ ही उनकी मरम्मत भी दुकानों पर आजकल करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 के विधान सभा चुनाव के बाद प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी की फिर से सरकार बनने से होली का उत्साह अलग ही दिखा था। इस बार भी 163 वर्ष पुरानी बमनपुरी की होली की रंग बारात 7 मार्च 2023 को नई बनी रामलीला कमेटी शहर में उत्साह के साथ निकालने को तैयार है। कुतुबखाना का निर्माणाधीन पुल को दृष्टिगत रख इस बार इस्लामिया कॉलेज मार्ग से यात्रा निकालने की प्रशासन ने बात रखी है।

बरेली शहर की कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, की कई दुकानों पर बड़े बड़े पीतल के लंबे हैंडपम्प बिक्री भी चल रही है। जहाँ तक बरेली की आउटर कालोनियों की बात की जाए तो वहां होली का उत्साह अब सिमटता ही जा रहा है वहां होली उत्सव गुलाल तक ही सिमट रहा है। परंतु बमनपुरी, बिहारीपुर, चाहबाई, बजरिया पूरनमल, कालीबाड़ी, सिकलापुर, श्यामगंज, आलमगिरी गंज, बड़ा बाजार जैसे घनी आबादी वाले एरिया में होली पर 7 मार्च 2023 को निकलने वाली रंगबारात में हुरियारों में खूब उत्साह अभी से ही है।

हिन्दू सोशल ट्रस्ट के गुलाबराय में लगने वाला ‘होली मिलन समारोह’ भी बरेली का ऐतिहासिक होता है जिसमे सभी राजनेतिक, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के स्टाल लगते हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोग अपने नव निर्वाचित विधायकों से गले मिले। सभी को शुभकामनाएं भी दीं। जिसमे जिले के अधिकांश विधायक, सांसद, मंत्रीगण, जिले के प्रमुख प्रशानिक/ पुलिसअधिकारी, व्यापारी नेता, डॉक्टर, समाजसेवी आदि शामिल रहते हैं। बरेली शहर में होली दहन वाले अधिकांश स्थानों पर हर बार की भांति गोबर लेपन के बाद पेड़ो की टहनियां का ढेर लग गए है। कालीबाड़ी, सिकलापुर, गंगापुर, पुराना शहर, चाहबाई, गुलाबनगर, बिहारीपुर, बमनपुरी, मढ़ीनाथ, सुभाषनगर प्रेमनगर, राजेन्द्र नगर में एसे दृश्य होली पूर्व से दिखने लगते है। बमनपुरी, चाहबाई की रंगबारात के आयोजकगण 7 मार्च को ध्यान रख तैयारी की है।

श्री राम लीला सभा बमनपुरी की रंगबारात ( होली की बारात) पिछले 162 वर्ष से निरंतर निकलती रही है। जिसमे चाहबाई से निकलने वाली रंगबारात ( भगवान नरसिंह की शोभायात्रा) भी कुतुबखाना पर मिल कर पूरे शहर में भृमण कर अपने अपने गंतव्य पर समाप्त होती है। जिसमे ट्रैक्टर ट्रॉली, बैल ठेलो पर बड़े बड़े ड्रम में भरे पानी से हुरियारे रास्ते भर मोर्चा खेलते, रंग गुलाल उड़ाते चलते हैं। हर हुरियारे अपने अलग अंदाज में रंगा पुता नजर आते हैं।

कुतुबखाना पुल निर्माण से इस बार रंगबरात का रूट बदला गया है। बिहारीपुर, कोतवाली, कॉलेज रोड, कालीबाड़ी, श्यामगंज, आलमगीरी गंज बड़ाबाजार में बड़े ड्रम, कड़ाव रख कर हुरियारे मोर्चा खेलते है। इस रंग बारात का अलग अंदाज होता है। स्मरण रहे इस बार बमनपुरी श्री रामलीला सभा की 163 वीं होली की रामलीला के लिए 28 फरवरी 2023 को बमनपुरी में पूजन के बाद झंडी यात्रा निकाली गई थी ।

किशोर कटरू, अनुपम कपूर, विशाल मेहरोत्रा, अध्यक्ष सर्वेश रस्तोगी, महामंत्री अंशु सक्सेना, दिनेश दद्दा,सुनील रस्तोगी, प्रदीप सिंह, कोषाध्यक्ष सुरेश रस्तोगी के साथ ही पंकज मिश्रा, नीरज रस्तोगी, विवेक शर्मा, गौरव सक्सेना, इंदर देव त्रिवेदी, जनार्दन आचार्य,निर्भय सक्सेना, रंजीत रस्तोगी, महेश पंडित, अभिनव कटरु, प्रवीन उपाध्याय आदि ने भाग लिया। होली पर ही कमल टाकीज परिसर में आल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन के बैनर पर कबीर पुरस्कार विजेता जे सी पालीवाल जी के निवास पर ‘महामूर्ख सम्मेलन’ भी रंगबारात वाले दिन ही इस बार भी 33 वीं बार 7 मार्च 2023 को होना है जिसमे मूर्खाधिराज की उपाधि दी जानी है । समाजसेवी श्री जे सी पालीवाल जी बताते हैं कि 1990 में यह महामूर्ख सम्मेलन शुरू किया गया था इसमें कवि सम्मेलन भी होगा।

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