HSB मेडिकल इंस्टिट्यूट एंड हॉस्पिटल से किया BNYS और बन बैठे चर्म रोग विशेषज्ञ
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। मुरादाबाद जनपद के काशीपुर रोड पर चांदपुर गांव है और यहीं पर ट्रांसफार्मर के सामने पुलिया के पास साबरी क्लीनिक है और इसके संचालक हैं डॉक्टर एमएम साबरी, जो बी एन वाई एस है और खुद को चर्म रोग एवं कान, नाक, गला विशेषज्ञ बताते हैं।
एमबीबीएस डॉक्टर से बढ़कर है डॉक्टर साबरी
बी एन वाई एस डॉक्टर एमएम साबरी कान, नाक, गला के अलावा थायराइड, कुष्ठ और गुप्त रोग ही नहीं बल्कि एलर्जी, एग्जिमा, फंगल इनफेक्शन के साथ-साथ दाद, खाज, खुजली, सफेद दाग, चेहरे पर दाने, फुंसी, पिंपल, कील, मुंहासे, झाइयां, आंखों के नीचे काले घेरे, बाल और नाखूनों का इलाज भी करते हैं।
जनरल सर्जरी, बच्चों का ततुआ काटना, चीरा लगाना, टैटू हटाना और बच्चों का खतना भी बाएं हाथ का खेल
उपरोक्त रोगों के साथ-साथ डॉक्टर एमएम साबरी का दावा है कि धात, शीध्रपतन, लिकोरिया, सफेद पानी, कमर- घुटनों में दर्द, मासिक धर्म, बाझपन का इलाज, काला पीलिया, गठिया, कैल्शियम की कमी के साथ ही जनरल सर्जरी, बच्चों का ततुआ काटना, चीरा लगाना, टैटू हटाना और बच्चों का खतना (मुस्समानी) करना भी उनका बाएं हाथ का खेल है और बुखार, मलेरिया, टाइफाइट, प्लेटलेट्स, भूख न लगना और मोटा न होना आदि का इलाज भी डॉ. साबरी बाखूबी करते हैं।
HSB मेडिकल इंस्टिट्यूट एंड हॉस्पिटल से किया बीएनवाईएस
डॉ. साबरी के क्लीनिक पर ENODOCSCOPE मशीनों द्वारा कान नाक गले की जांच पल्स ऑक्सीमीट्री मशीन द्वारा शुगर की जांच और मरीजों को भर्ती किए जाने की सुविधा भी है। डॉक्टर अहमद साबरी पूछने पर बताते हैं कि महानगर के कांट रोड स्थित HSB मेडिकल इंस्टिट्यूट एंड हॉस्पिटल से बीएनवाईएस किया जिसके संचालक डॉ. हारून हैं।
BNYS नहीं कर सकते किसी भी तरह की दवाओं से इलाज
मालूम हो कि बैचलर ऑफ़ नैचरोपैथी एंड योगिक साइंस कोर्स, जिसे BNYS के नाम से जाना जाता है, एक 4.5 साल का कोर्स है। इस कोर्स में प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ उपचार की आधुनिक पद्धति का इंटीग्रेटेड अध्ययन शामिल है। BNYS के तहत एलोपैथी, आयुर्वेद या होम्योपैथिक दबाव से इलाज नहीं कर सकता बल्कि मिट्टी पानी हवा से ही इलाज कर सकता है। जबकि डॉक्टर एमएम साबरी एलोपैथिक दवाओं से इलाज कर रहे हैं।
सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण नहीं फिर भी प्रचार के लिए पंपलेट पर डाला कथित पंजीकरण नंबर
डॉक्टर एमएम साबरी अपने को एलोपैथिक दवा से इलाज करने के लिए पूर्णता वैध मानते हैं जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाले से मिली जानकारी के मुताबिक डॉक्टर एमएम साबरी का पंजीकरण नहीं है जबकि उन्होंने खुल गया… खुल गया… खुल गया… साबरी क्लीनिक के तहत क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए जो पंपलेट बंटवाए हैं। उसमें रजिस्ट्रेशन नंबर 04320 लिखा गया है। ऐसे में स्पष्ट है कि डॉक्टर साबरी लोगों को गुमराह करके अपने को भारतीय चिकित्सा परिषद से मान्य चिकित्सक प्रमाणित करने में जुटे हुए है। इसीलिए उन्होंने क्षेत्र में अपना व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया है और प्रत्येक माह की 1 तारीख को मरीजों को निशुल्क देखने की सुविधा भी उपलब्ध कराई हुई है।