फॉरेंसिक स्टुडेंट्स ने सीखीं नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में फिंगर प्रिंट्स की बारीकियां
लव इंडिया,मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक विभाग के छात्रों की झोली में एक और उपलब्धि आई है। दो दर्जन से अधिक स्टुडेंट्स और फैकल्टीज़ ने न केवल नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो, दिल्ली में फिंगर प्रिंट्स की तकनीकी बारीकियों को समझा बल्कि फिंगर प्रिंट म्यूजियम का भी भ्रमण किया।
करीब तीन घंटे की इस विजिट में एनसीआरबी के अफसरों-श्री आरआर शर्मा और अंकुश राठौड़ ने अपने व्याख्यान में पीपीटी के जरिए फिंगर प्रिंट्स की महिन एवम् तकनीकी पक्ष को विस्तार से समझाया ताकि बड़े-से-बड़ा स्कैंडल या शातिर अपराधी कानूनी गिरफ्त से न बच पाए। लेक्चर में करीब आधा दर्जन स्टुडेंट्स ने फिंगरप्रिंट्स को लेकर सवाल भी पूछे। व्याख्यान के अंत में डायरेक्टर सीएफबीपी रविन्द्र शर्मा और डिप्टी एसपी पीएस गुलाटी भी स्टुडेंट्स से रूबरू हुए।
फॉरेंसिक साइंस विभाग के एचओडी रवि कुमार और फैकल्टी श्रीमती चिंतकयाल पूर्णिमा ने छात्रों के इस समूह का नेतृत्व किया। कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल के वाइस प्रिंसिपल प्रो. नवनीत कुमार ने उम्मीद जताई, यह विजिट स्टुडेंट्स के करियर के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगी। दिल्ली से लौटकर फॉरेंसिक के एचओडी रवि कुमार ने बताया, विजिट में एनसीआरबी के अफसरों ने छात्रों को फिंगरप्रिंट्स के इतिहास के संग-संग अब तक की विकास यात्रा विस्तार से बताई।
छात्रों ने फिंगरप्रिंट्स डवलपमेंट की आधुनिक तकनीकों जैसे- सुपर ग्लू तकनीक का प्रदर्शन, नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम और फॉरेंसिक के क्षेत्र में इसके उपयोग के बारे में सीखा। फिंगरप्रिंट्स के क्षेत्र में होने वाले रिसर्चों के साथ-साथ इन संस्थाओं की कार्य प्रणाली को समझा। इस एजुकेशनल ट्रिप में यूजी और पीजी के छात्र- अखिलेश कुमार, अंकिता सिंह, अजय प्रताप, इशिका सक्सेना, आशुतोष सिंह, क्यूरी सिंह, जूही चावला आदि शामिल रहे।