Uttarakhand: ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की हत्या को लेकर अब उत्तराखंड- यूपी पुलिस आई आमने-सामने
लव इंडिया, काशीपुर/मुरादाबाद। 50000 के इनामी खनन माफिया जफर (50000 prize mining mafia Zafar) का पीछा करते हुए उत्तराखंड की सीमा में घुसकर ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख (senior block chief) की पत्नी की गोली मारकर मौत के मामले में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस (Uttar Pradesh and Uttarakhand police) अब आमने सामने आ गई है। इस संबंध में उत्तराखंड डीआईजी निलेश आनंद भरणे (Uttarakhand DIG Nilesh Anand Bharne) का बयान आया है। डीआईजी के बयान के बाद यूपी पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है। उत्तराखंड डीआईजी के इस बयान के बाद अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपने मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी को बचाने की चेष्टा कर रही है।
50 हजार के इनामी खनन माफिया जफर की तलाश में ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख के यहां दबिश देने पहुंची उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम पर आरोप है कि यूपी एसओजी की टीम द्वारा फायरिंग के दौरान जसपुर के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई। उधर इस पूरे मामले को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस आमने-सामने आ गई हैं। उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस के 10 से 12 जवानों पर हत्या का केस दर्ज किया है। अब इस मामले में उत्तराखंड डीआईजी निलेश आनंद भरणे का बयान आया है। डीआईजी के बयान के बाद यूपी पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई से उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी खासे नाराज हैं। डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कूंडा थाना क्षेत्र में हुई घटना पर यूपी पुलिस के रवैये की निंदा की है। उन्होंने कहा कि वह मुरादाबाद के डीआईजी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है कि यूपी पुलिस की कार्रवाई बिलकुल गलत है।
डीआईजी भरणे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बगैर उत्तराखंड पुलिस को सूचना दिये दबिश में आने बाद जो घटनाक्रम हुआ उसमें यूपी पुलिस की कार्यशैली नितांत गलत है। घायल पुलिस कर्मियों को अस्पताल से बिना किसी सूचना के ले जाया गया जो कि गलत है।
उन्होंने कहा कि वह सरकार के माध्यम से भी इस बात को उठायेंगे। डीआईजी ने कहा कि एक महिला की हत्या हुई है ये काफी संगीन अपराध है। पुलिस के वैपन बरामद हुये हैं।