टीएमयू के इंडक्शन प्रोग्राम में स्टुडेंटस को दिलाई गई शपथ
लव इंडिया,मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कालेज ऑफ कम्यूटिंग साइसेज एण्ड इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी-सीसीएसआईटी की ओर से यूनिवसिटी के ऑडी में आयोजित वैलेडिक्टरी प्रोग्राम में सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी ने बीसीए, बीसीए-आईनर्चर, बीएससी ऑनर्स-सीएस, बीएससी-काॅिग्नटिव साइस, बीएससी- एनीमेशन, एमसीए के नवागत विद्यार्थियों को शपथ दिलाई।
इससे पूर्व माॅ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके वैलेडिक्टरी प्रोग्राम का शुभारम्भ हुआ। इस मौके पर सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, एचओडी प्रो. अशेन्द्र कुमार सक्सेना, डाॅ. शम्भू भारद्वाज, डाॅ. संदीप वर्मा आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। संचालन छात्र देवांश मिश्रा ने किया।उल्लेखनीय है, यूजीसी की गाइडलाइन्स के मुताबिक प्रथम वर्ष के इन छात्रों का एक पखवाडे़ के लिए इंडक्शन प्रोगाम चला।
बीच-बीच में यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डाॅ. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन, सीआरसी के निदेशक श्री विनीत नेहरा आदि ने बतौर एक्सपटर््स नवागत छात्रों का मार्गदर्शन किया। इनके अलावा मैक्स हाॅस्पिटल के डाॅ. रजत कुमार ने एंटी टुबैको, नई दिल्ली के आर्ट ऑफ लिविंग के कॉर्डिनेटर्स श्री संचित जैन ने आर्ट ऑफ लिविंग पर अपने-अपने व्याख्यान दिए।
इस इंडक्शन प्रोग्राम में एल्यूमनाई-श्री संदीप शर्मा, मो. शाहनवाज, श्री नमन बदकुल, श्री आदित्य जैन ने अपने अनुभवों को साझा किया। सीसीएसआईटी की फैकल्टीज ने भी अपने-अपने विषयों की बारीकियां बताई। प्रोग्राम के बीच-बीच में न केवल टीएमयू कैम्पस का भ्रमण कराया, बल्कि ये छात्र हर्बल पार्क भी गए।
निदेशक प्रो. द्विवेदी ने शपथ मोड में छात्रों को ओथ दिलाई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने कहा- अध्ययन के प्रति ईमानदार रहूंगा। काॅलेज की डिग्निटी और इंटीग्रिटी के प्रति संकल्पित रहूंगा। कम्प्यूटर साइंस और प्रौद्योगिकी के उत्तम ज्ञानार्जन से अपने संस्थान को गौरवान्वित करूंगा। शैक्षणिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति संजीदा रहूंगा।
इस मौके पर प्रो. सौरभ श्रीवास्तव, प्रो. आरसी त्रिपाठी, श्री अनुराग गुप्ता, श्री हरजिन्दर सिंह, डाॅ. विनय कुमार मिश्रा, श्री ज्योति रंजन लाभ, मो. अरशद अली, डाॅ. प्रियंाक सिंघल, श्री नवनीत विश्नोई, श्री अभिलाष सक्सेना, श्रीमती इन्दरजीत झीते, मो. सलीम, डाॅ. नमित गुप्ता आदि की भी उपस्थिति रही।