टीचर्स चुनौतियों से मुकाबला करने को रहें तैयार: श्वेतांगना

शिक्षा-जॉब

लव इंडिया, मुरादाबाद। विल्सोनिया स्कॉलर्स होम की प्रिंसिपल श्रीमती श्वेतांगना संतराम ने कहा, अध्यापक को सभी प्रकार के चैलेंजेज और अपने आप को चेन्ज करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बताया, इन्टरव्यू के समय टीचर की वेशभूषा, रिज्यूम और आत्मविश्वास के साथ-साथ उसके हावभाव भी बहुत मायने रखते हैं। इन्टरव्यू में पूछे गए प्रश्नों के जवाब आप जिस दक्षता से देते हैं, वह आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा, अध्यापक को समय-समय पर अपने आप को अपडेट करते रहना चाहिए। उसे पता होना चाहिए, कौन-कौन सी नई सूचनाएं उसके सब्जेक्ट से जुड़ी हैं, क्योंकि एक टीचर ही है जो अपने स्टुडेंट्स में किसी सब्जेक्ट के प्रति रूचि जाग्रत कर सकता है। उन्होंने एक अध्यापक के व्यक्तित्व में होने वाली महत्वपूर्ण दक्षताओं पर भी प्रकाश डाला।

श्रीमती संतराम तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की ओर से टीचर्स कॉम्पिटेन्स़- अध्यापक दक्षताओं पर आयोजित गेस्ट लेक्चर में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहीं थी। इससे पहले फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या प्रो. रश्मि मेहरोत्रा ने मुख्य अतिथि श्रीमती श्वेतांगना संतराम को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह ने कहा, शिक्षण वृत्ति की सफलता शिक्षण कौशलांे में दक्षता से ही सम्भव है। समाज में अच्छे शिक्षक बनने के लिए शिक्षण कौशलों में दक्ष होना अति आवश्यक है। फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या प्रो. रश्मि मेहरोत्रा ने कहा, शिक्षक दक्षता से अभिप्राय शिक्षकों का शिक्षण से सम्बन्धित विभिन्न कौशलों में निपुण होने के साथ-साथ उनमें व्यावाहारिक कुशलता में भी दक्ष होना है। अतः प्रत्येक भावी शिक्षक में शिक्षण कौशलों का विकास जरूरी है।

अन्त में मुख्य अतिथि ने बीएड प्रोग्राम की कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्टुडेंट्स को सर्टिफिकेट्स प्रदान किए। प्राचार्या प्रो. मेहरोत्रा ने मुख्य अतिथि को मोमेन्टो देकर आभार व्यक्त किया। अतिथि व्याख्यान में एआर श्री दीपक मलिक, डॉ. सुमित गंगवार, नाहिद बी, श्री गौतम कुमार और फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन फैकल्टी मोहिता वर्मा ने किया।

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