कुत्ते शराबियों का मुंह चाटने लगें : अतुल
लव इंडिया संभल । हिंदू जागृति मंच के तत्वावधान में होली उत्सव पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ अजय कुमार शर्मा ,अनंत कुमार अग्रवाल , सन्तोष गुप्ता ने भारत माता और मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया।कवि सम्मेलन में आशा गुप्ता ने शुरुआत में सरस्वती वंदना पढ़ी।
रामपुर से आए शिवकुमार चंदन ने पढ़ा-मीत के गीत तन में सुहाने लगे,श्याम जलधर गगन में छाने लगे।”चंदौसी से आए डॉ दुर्गा टंडन ने सुनाया-चोर कहे चित्त चोर कहे,चंचल नैना कैसे क्या है?उनसे कहे या चुप रहे,इस उलझन को कहते क्या है?
बदायूं से पधारे कवि सुखपाल सिंह गौर ने पढ़ा -जिसको जिसकी जरूरत है,वही रंग साथ लाया हूं। दोस्तो ,घर से मां की दुआएं साथ लाया हूं।।अतुल कुमार शर्मा ने होली पर सुनाया-मधुशालाएं जब मौत का सामान बांटने लगें, और कुत्ते शराबियों का मुंह चाटने लगें।पंवासा से आए ज्ञानप्रकाश उपाध्याय ने पढ़ा-होली पर आई हर चेहरे पर मुस्कान,गुलज़ार हैं नकली मावे की दुकान।
इस मौके पर सुभाष चंद्र शर्मा, मनमोहन गुप्ता, विष्णु कुमार, सुमन वर्मा आदि ने भी रचनाएं पढ़ीं। इस अवसर पर कुलवीर सिंह, वैभव गुप्ता, अवधेश वार्ष्णेय, सुभाष मोंगिया, अमित शुक्ला, हरिओम गंभीर, परीक्षित मोंगिया, अनंत अग्रवाल नीरू चाहल, चांदनी अग्रवाल, रूपाली गुप्ता, शीतल गुप्ता, सुनीता यादव, अल्पना आर्य, बबीता भारद्वाज, मोहित गुप्ता, सुमन वर्मा, विनोद अग्रवाल, सुबोध कुमार गुप्ता, गुंजा गुप्ता, साहिल गांधी, वैभव छावड़ा, प्रखर गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता सुभाष मोंगिया ने एवं संचालन अतुल कुमार शर्मा ने किया।