TMU: दीक्षांत समारोह में बोले मुख्यमंत्री योगी -दीक्षांत का असली अर्थ नए जीवन का प्रारम्भ

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Honorable Chief Minister of UP Mr. Yogi Aditya Nath attended the convocation ceremony of Tirthankar Mahavir University-2023 as the chief guest, the Chief Minister is also proud of the numerous achievements of TMU

लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की बेशुमार उपलब्धियों पर यूपी के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को भी नाज़ है। टीएमयू को नैक में ए ग्रेडिंग, एनबीए से एक्रिडिटेशन, पेटेंट पब्लिकेशन में देश भर में छठे पायदान पर छलांग, टीएमयू में एप्पल ऑथराइज्ड सेंटर की स्थापना, एग्रीकल्चर कॉलेज की इंडिया की प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ के टॉप टेन में शुमारी, टीएमयू को आईआईसी रेटिंग में फोर स्टार सरीखी उपलब्धियों की उन्होंने अपने उद्बोधन में चर्चा की। टीएमयू की फैकल्टी को पेटेंट के लिए देश में छठे स्थान के लिए साधुवाद देते हुए बोले, आपको यहीं पर नहीं रूकना है। नबंर एक बनना है। वह बोले, दीक्षांत समारोह का मतलब शिक्षा का अंत नहीं है। दीक्षांत का असली अर्थ एक नए जीवन की शुरूआत है, जिसमें हम नित नए ज्ञान की खोज करने के लिए प्रवेश करते हैं। किसी भी स्टुडेंट्स के लिए दीक्षांत समारोह में मेडल और उपाधि प्राप्त करना उसके सपनों को नई उड़ान मिलने जैसा है।

श्री योगी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उपनिषदों का हवाला देते हुए बोले, ज्ञान की प्राचीन ऋषि परंपरा के अनुसार युवाओं को सुयोग्य नागरिक बनाने के लिए सत्य बोलना, धर्म का आचरण करना, स्वाध्याय और कुशलता प्रदान करने वाले कार्यों में आलस्य न करना, महान बनने के अवसरों पर पीछे न हटना, विरासत का सम्मान करना आदि दीक्षांत समारोह का वास्तविक अर्थ है। इस मौके पर वित्त एवम् संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी की बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर गरिमायी मौजूदगी रही। मुख्यमंत्री ने 17 रिसर्च स्कॉर्ल्स को बारी-बारी से पीएचडी की उपाधि प्रदान की। उन्होंने मास्टर्स, यूजी और डिप्लोमा के 104 स्टुडेंट्स को गोल्ड, 103 को सिल्वर और 98 को ब्रोंज मेडल्स भी प्रदान किए। दीक्षांत समारोह में कुल 5,988 स्टुडेंट्स को डिग्रियां बांटी गईं। साथ ही ईपीसीएच के चेयरमैन श्री राकेश कुमार को डॉक्टर ऑफ फिलासफी की मानद उपाधि भी दी गईं। इससे पूर्व मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों के संग कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। सभी मेहमानों का जीवीसी श्री मनीष जैन ने बुके देकर स्वागत किया। समारोह का शंखनाद कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने किया।

इससे पूर्व बैंड की धुनों के बीच पवेलियन से दीक्षांत समारोह स्थल तक भव्य शैक्षणिक शोभायात्रा निकली, जिसमें मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के संग-संग कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, वीसी प्रो. रघुवीर सिंह आदि भी शामिल हुए। शोभायात्रा का नेतृत्व रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने किया। इस शैक्षणिक शोभायात्रा में डीन प्रो. मंजुला जैन, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. अजय पंत, प्रो. एमपी सिंह, प्रो. आरके द्विवेदी, प्रो. हरबंश दीक्षित समेत दीगर कॉलेजों के 192 निदेशक, प्रिंसिपल्स और वरिष्ठ फैकल्टीज़ भी शामिल हुईं। कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने यूनिवर्सिटी की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। दीक्षांत समारोह की प्रोसिडिंग रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने की, जबकि इससे पूर्व संचालन डॉ. माधव शर्मा ने किया। अंत में सभी अतिथियों और जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। मुख्यमंत्री के संग-संग वित्त एवम् संसदीय कार्य मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को उनके पोट्रेट भी भेंट किए गए।

राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह औलख के अलावा जनप्रतिनिधियों में एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, शहर विधयाक श्री रितेश कुमार, एमएलसी श्री सत्यपाल सैनी, श्री एमएलसी हरि सिंह ढिल्लो, एमएलसी श्री गोपाल अंजान, बढापुर विधायक श्री सुशांत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह, विधायक श्री शशांक त्रिवेदी आदि मंचासीन रहे। हस्तिनापुर से आए स्वामी श्री रविन्द्र कीर्ति की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही।

टीएमयू हॉस्पिटल की सेवाएं बेमिसाल


श्री योगी बोले, कोरोना काल में तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के कोविड हॉस्पिटल की सेवाएं बेमिसाल रही हैं। बोले, अपनी प्रतिबद्धता और एकता के कारण ही हम कोविड जैसी महामारी का समाना करने में दुनिया के सामने एक मिसाल बनकर उभरे हैं। देश को 220 करोड़ फ्री में वैक्सीन प्रदान करना एक कुशल नेतृत्व क्षमता और आपके सहयोग से ही संभव हुआ। मेडिकल और डेंटल पेशे को लेकर कहा, डॉक्टर्स की पहचान उसकी संवेदना से होती है। डिग्रियां महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि संवेदनशीलता महत्वपूर्ण है। डॉक्टर्स से अधिक महत्वपूर्ण भूमिका नर्सिंग और पैरामेडिकल की होती है, क्योंकि ये लोग पेशेंट के साथ अधिक भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं। फार्मेसी की भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण भूमिका है। कोरोना में इसकी अविस्मरणीय भूमिका रही है। कोरोना की दो स्वदेशी वैक्सीन निर्माण में फार्मेसी सेक्टर की भूमिका बेमिसाल है।

टीएमयू से आग्रह, रिसर्च को दे बढ़ावा


उन्होंने उम्मीद जताई, उच्च शिक्षण संस्थाएं नई शिक्षा नीति-2020 को संजीदगी से अपनाएं। इससे स्टुडेंट्स में शोध की प्रवृति बढेगी, साथ ही रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे। उन्होंने विशेषकर तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के गुरूजनों से आग्रह किया, वे यूजी स्तर के छात्रों को भी शोध कार्य के लिए प्रेरित करें। ब्रास सिटी मुरादाबाद की चर्चा करते हुए बोले, यह कारोबार 15 हजार करोड़ का है। ऐसे में टीएमयू की जिम्मेदारी बन जाती है, वह अपने छात्रों को एक्सपोर्ट हाउस की विजिट कराए। एमओयू साइन करें। शोध लेखन करे ताकि मुरादाबाद का एक्सपोर्ट 35 से 50 हजार करोड़ का लक्ष्य छु सके। उन्होंने ईपीसीएच के चेयरमैन श्री राकेश कुमार से उम्मीद जताई, यूपी सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना को गति देने में रचनात्मक भूमिका का निर्वाह करें। ब्रास कारीगरों, उद्यमियों आदि से निरंतर संवाद की जरूरत है। ऐसे में टीएमयू की भी अहम जिम्मेदारी है। यूनिवर्सिटी छात्रों से शोध कराकर ब्रास इंडस्ट्री के अनुसार शिक्षा की व्यवस्था करे। उन्होंने सालाना 200 करोड़ का निर्यात करने वाले संभल के एक काश्तकार की भी चर्चा की। इसके अलावा अधिक से अधिक शोध करके पेटेंट कराने चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई, 2047 तक हम दुनिया में सबसे बड़ी ताकत के रूप में होंगे। उन्होंने कहा, जब दुनिया कोविड में संघर्ष कर रही थी, तब भी हम एक नई शिक्षा नीति के विकास में जुटे थे। यह हमारी कर्मठता का प्रतीक है। एनईपी की वकालत करते हुए बोले, कोविड की चुनौतियों के बावजूद यह शिक्षा नीति ज्ञान प्राप्ति के लिए सभी दिशाओं से द्वार खोलने की बात करती है।

पंच प्रण को जीवन में करें आत्मसात


मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा, सत्य के स्वरूप भिन्न-भिन्न हो सकते हैैं, लेकिन वास्तविक सत्य एक ही है। सत्य सभी स्थान पर समान होता है। सत्य पर कोई भौतिक सीमा नहीं है। सत्य को बांधा नहीं जा सकता है। आजादी के अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए बोले, यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लोगों से पंच प्रण अपनाने की पुरजोर वकालत की थी। पंच प्रण को जीवन में आत्मसात करके हम देश को प्रगति के पथ पर ले जा सकते हैं। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का भावपूर्ण स्मरण करते हुए बोले, भारतीय संविधान ने हमें मौलिक अधिकारों के रूप में बहुत से हक प्रदान किए हैं। साथ ही हमें कुछ कर्तव्य भी बताए हैं। हम केवल अपने अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन हमारे लिए कर्तव्य भी बेहद जरूरी हैं। कर्तव्यों के अभाव में अधिकारों का कोई अस्तित्व नहीं हैं। बिना कर्तव्यों के अधिकार घड़ी के पेंडुलम की मानिंद आधारहीन हैं।

यूपी सुरक्षा और निवेश का सबसे उत्तम स्थान
सूबे के विकास की उपलब्धियां बताते हुए कहा, इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ से अधिक के प्रस्ताव आए हैं। जो यह बताता है, यूपी सुरक्षा और निवेश का सबसे उत्तम स्थान है। सरकार का लक्ष्य यूपी में फार्मेसी पार्क की स्थापना के साथ-साथ 4 बरस के अन्दर यूपी के एक करोड़ युवाओं को नौकरी प्रदान करना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। मुरादाबाद में नए विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रावधान बजट में कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त चार और विश्वविद्यालयों को शुरू करने की मंजूरी सरकार दे चुकी है।


मानव बनना भाग्य और डॉक्टर बनना सौभाग्यः सुरेश खन्ना


वित्त एवम् संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने उद्धबोधन में कहा, किसी फ्रांसीसी दार्शनिक ने कहा है, मानव बनना भाग्य है और डॉक्टर बनना हमारा सौभाग्य होता है। मैं उन सभी स्टुडेंट्स को बधाई देना चाहता हूं, जिन लोगों को वर्षों की मेहनत के बाद आज ईश्वर की कृपा से दीक्षांत समारोह के माध्यम से यह दिन देखने को मिला है। उन्होंने कहा, डॉक्टर्स में लोग भगवान की छवि देखते है डॉक्टर्स का कर्तव्य है कि जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए इलाज ही नही,ं बल्कि संवेदनाओं के साथ मरीज से जुड़े रहे। उन्होंने कुलाधिपति श्री सुरेश जैन की मेडिकल एप्रोच की प्रशंसा करते हुए कहा, टीएमयू हॉस्पिटल बनाने का मकसद कमर्शियल नहीं, बल्कि मानव सेवा है।


शिक्षा के क्षेत्र में टीएमयू का अहम योगदानः भूपेंद्र सिंह


भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष श्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा, शिक्षा के क्षेत्र में टीएमयू विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुरेश जैन शिक्षा के क्षेत्र में निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। यहां का शैक्षिक वातावरण गौरान्वित करने वाला है।


मिलते हैं मन्नतों से मेहमां कभी-कभीः कुलाधिपति


मिलते हैं मन्नतों से यह मेहमां कभी-कभी, हो जाती हैं किस्मतें यंू मेहरबां क़भी-कभी…इस शेर के साथ तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने अपने ख़ास मेहमान एवम् यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का गर्मजोशी से स्वागत किया! उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा, उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में से तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी सबसे अधिक मेडिकल साइंस में डिग्री देता है। हर साल 276 डॉक्टर्स, 145 डेंटल डॉक्टर्स, 535 नर्सेंज, 218 फार्मेसिस्टस और 970 पैरामेडिकल्स कोर्सेंज की डिग्रियां देते हैं। मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि हमारे मुख्यमंत्री राजनीतिक नहीं, बल्कि एक तपस्वी की मानिंद समाज की सेवा कर रहे हैं! हमारे युवा आज के दौर में 8 से 9 घंटे में ही थक जाते हैं, जबकि हमारे मुख्य्मंत्री 20 घंटे रोज काम करते हैं! कुलाधिपति ने कहा कि जहां प्राइवेट कॉलेजेस नए दाखिले के लिए परेशान रहते हैं, वही टीएमयू में इस वर्ष 8 हजार विद्यार्थियों ने दाखिले के लिए आवेदन किया था, लेकिन यूनिवर्सिटी में 5 हजार विद्यार्थियों को ही दाखिला मिला। हमारे यहां प्रवेश के लिए गुणवत्ता पहली शर्त है।


दीक्षांत समारोह में नजर आया संस्कृति का लघु रूप


तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में संस्कृति का लघु रूप नजर आया। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने सीएम की मौजूदगी के दौरान अपने-अपने निर्धारित मंचों पर विविध भावपूर्ण नृत्यों की प्रस्तुति से जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के विविध रंग प्रदर्शित किए, तो वहीं राम दरबार की जीवंत झांकी ने सभी को आकर्षित किया। विश्वविद्यालय परिसर शिक्षा की आभा के साथ ही आध्यात्मिक रंग में सराबोर नजर आया। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को सभी मोबाइल में कैद करते नजर आए।


सीएम ने चंदौसी हादसे के घायलों का जाना हालचाल

CM inquired about the condition of the injured in Chandausi accident


दीक्षांत समारोह के बाद मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को जैसे ही चंदौसी कोल्ड स्टोर हादसे की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत टीएमयू चिकित्सालय का भी भ्रमण किया। वहां उन्होंने चंदौसी हादसे के घायलों का हालचाल जाना। डॉ. वीके सिंह ने घायलों के बारे में मुख्यमंत्री को अपडेट किया। इस मौके पर वित्त एवम् संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, कुलाधिपति श्री सुरेश जैन के अलावा निदेशक पीएंडडी श्री विपिन जैन के संग-संग जिले के अफसर भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है, चंदौसी क्षेत्र में एक कोल्ड स्टोर का चेम्बर ढहने से बड़ा हादसा हुआ है। बताते हैं, जिसमें दर्जनों लोग हताहत हुए हैं।

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