युवाओं के प्रेरणा स्रोत एवं आदर्श हैं स्वामी विवेकानंद: अनंत अग्रवाल
संजीव गुप्ता लव इंडिया संभल । स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि आयोजित करके हिंदू जागृति मंच के सदस्यों ने संगठन में युवाओं को वरीयता देने युवाओं को दायित्व सौंपने तथा युवा शक्ति के माध्यम से समाज की सेवा करने का संकल्प लिया।श्री सनातन धर्म मंदिर में आयोजित स्वामी विवेकानंद पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण किया तत्पश्चात राष्ट्रभक्ति गीत विष्णु कुमार ने सुनाया और प्रदीप कुमार शुक्ला ने एक आध्यात्मिक भजन का गायन किया।
कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष अजय गुप्ता सर्राफ ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कोलकाता में 12 जनवरी 1863 में हुआ था। समाज की सेवा राष्ट्र और धर्म की सेवा भारतीय संस्कृति भारतीय परंपराओं का प्रचार प्रसार करते करते 39 वर्ष की अवस्था में 4 जुलाई 1914 को निधन हो गया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनन्त कुमार अग्रवाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद आध्यात्मिक गुरु थे। समाज सुधारक थे। और सबसे बड़ी बात कि आप युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे युवा शक्ति के आदर्श थे। आपने 39 वर्ष की अवस्था में देश और संस्कृति की जो यश पताका दिग दिगंत में सारी दुनिया में फहराई उसका कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने युवा शक्ति से आह्वान किया कि आगे आकर देश समाज धर्म के कल्याण हेतु अपने दिल और दिमाग से सेवा कार्य करें। श्याम शरण शर्मा, अरविंद शंकर शुक्ला, सरिता गुप्ता, सुबोध कुमार गुप्ता, विकास कुमार वर्मा, सुभाष चंद्र मोगिया, सुभाष चंद्र शर्मा, अमित कुमार शुक्ला, नरेश शर्मा, गुलशन मदान, संतलाल गंभीर, आदि वक्ताओं ने स्वामी विवेकानंद को युवा शक्ति का आदर्श और प्रेरणा पुंज बताते हुए उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। तय किया गया कि हिंदू जागृति मंच में युवा शक्ति को अधिक वरीयता दी जाएगी संगठन के दायित्व अधिकतर युवा वर्ग को सौंप कर उन्हें समाज राष्ट्र और धर्म की सेवा में लगाया जाएगा। लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी महीपाल सिंह ने स्वामी विवेकानंद द्वारा दिए गए शिकागो में भाषण का उल्लेख किया और उनकी शक्ति सामर्थ्य, ज्ञान, क्षमता को अद्भुत और अकल्पनीय बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण कुमार अग्रवाल ने की तथा संचालन नवनीत कुमार ने किया।