सपा नेता आजम खां के करीबी युसूफ मलिक ने रामपुर ने किया कोर्ट में सरेंडर, ताकती रह गई मुरादाबाद पुलिस
रामपुर। आजम खां के करीबी सपा के पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक ने एक सप्ताह बाद सोमवार को रामपुर कोर्ट में सरेंडर किया है।
अपर नगर आयुक्त को जान से मारने की धमकी देने वाले आजम खां के करीबी सपा के पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक ने एक सप्ताह बाद सोमवार को रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। साथ ही पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जिलों में उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थीं लेकिन, उसने पुलिस को चकमा देते हुए रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। आरोपित ने पुराने मुकदमे में जमानत को खारिज कराने के बाद सरेंडर किया। वहीं सिविल लाइंस थाना पुलिस ने आरोपित सपा नेता के भाई यूनुस मलिक को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
युसूफ मलिक के दमाद को पहले ही जेल भेज चुकी है पुलिस
बकाया वसूली में जुटी नगर निगम की टीम द्वारा समधी के मकान को सील करने को लेकर हुए सपा नेता यूसुफ मलिक ने अपर नगरायुक्त से कथित तौर पर गाली-गलौच व धमकाने के आरोप है। सिविल लाइंस थाने में धमकाने व अभद्रता करने के साथ सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। सोमवार को यूसुफ मलिक ने पुलिस के चकमा देकर रामपुर की अदालत में समर्पण करके सबको चौंका दिया है। याद रहे कि इस मामले ने तूल पकड़ लिया था और नगर निगम टीम ने यूसुफ मलिक के दामाद आदि पर भी सरकारी कार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
यह है एएनएमए व सपा नेता विवाद का पूरा मामला
वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर नगर निगम ने गृहकर व व्यवसायिक कर वसूली के लिए अभियान चला रखा था। अभियान की कमान अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह के हाथ थी। बीते शनिवार को टीम ने सपा नेता यूसुफ मलिक की पुत्री का शिवपुरी स्थित मकान बकाया राशि नहीं जमा करने पर ं सील कर दिया था। इसी से खफा होकर यूसुफ मलिक ने अपर नगर आयुक्त से टेलीफोन से वार्ता की थी। अपर नगरायुक्त का आरोप है कि यूसुफ मलिक ने उनसे तत्काल सील खोलने को कहते हुए धमकाया कि मैं गैंगस्टर रह चुका हूं और मर्डर भी कर चुका हूं। उन्होंने आजम खां का नजदीकी बताते हुए धमकाया था कि मकान की सील नहीं खुली तो सबको देख लूंगा। अपर नगरायुक्त की तरफ से सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी थी जिसपर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
पुलिस ने घोषित किया था 25 हजार का इनाम
इस मामले में नया मोड़ आया और यूसुफ मलिक के दामाद ने सील लगाने परप् ात्नी के मकान के अंदर बंद हो जाने का आरोप लगाया। जवाब में निगम की टीम ने सील तोड़कर बेटी को घर के अंदर दाखिल कराने का आरोप लगाते हुए दामाद दानियाल समेत परिवार के सदस्यों पर कटघर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और दानियाल को गिरफ्तार भी कर लिया था। एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यूसुफ मलिक पर पुराने केस के आधार पर पच्चीस हजार रुपये का इनाम भी आनन-फानन में घोषित कर दिया था। पुलिस यूसुफ मलिक की गिरफ्तारी के लिए ताबड़Þतोड़ कोशिश भी कर रही थी। इस बीच सोमवार को यूसुफ मलिक ने रामपुर की अदालत में समपर्ण कर दिया। बताते हैं कि रामपुर में आजम खां की यूनिवर्सिटी के लिए जमीन जबरन लेने को किसान को धमकाने व जान से मारने की कोशिश करने की रिपोर्ट दर्ज है। यूसुफ के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि धारा 307 के मामले में यूसुफ मलिक ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में समपर्ण कर दिया है।