न्याय नहीं अन्याय है ये, कोई जिए और कोई मरे…
रिपोर्ट दर्ज के बाद पुलिस नहीं कर रही ससुरालियों पर कारवाई। मुरादाबाद में चिकित्सक हैं पीड़िता आकांक्षा के ससुर। लव इंडिया ने बयां की दास्तां तो पुलिस ने दर्ज की थी रिपोर्ट। रिपोर्ट दर्ज कर ली पुलिस ने समझ ली कर्तव्य की इतिश्री
पहचानिए। इस चेहरे को, जी हां यह हैं आकांक्षा सिंहा बरेली जनपद के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर निवासी बीपी सिंहा की बेटी हैं। आकांक्षा की शादी मुरादाबाद के पंडित दीनदयाल उपाध्यक्ष जिला सयुंक्त चिकित्सालय के पूर्व सीएमएस डॉ वी के खरे के बेटे आभास खरे के साथ आठ मार्च 2019 को हुई थी।
अब गौर से देखिए इस ग्रुप फोटो को…जी हां। हरे रंग की शर्ट पहने बैठे हुए यही शख्स आभास खरे हैं जो आकांक्षा के पति हैं और पास में बैठे डॉ वी के खरे हैं जो आकांक्षा के ससुर हैं। पिंक रंग के सलवार-सूट और बांह में बैग डाले बैठी हैं आकांक्षा की सास वंदना श्रीवास्तव।
और यह है आकांक्षा का पुराना वायरल वीडियो, जिसे लव इंडिया ने अफसरों तक पहुंचाया था। ध्यान से सुनिए इसके एक-एक शब्द को
और यह देखिए! बरेली पुलिस द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट को। आरोप गंभीर हैं लेकिन पुलिस को कोई मतलब नहीं। रिपोर्ट दर्ज कर कर्तव्य की इतिश्री कर ली तभी तो आंकाक्षा को यह कहना पड़ा कैसे प्रताड़ित को और प्रताड़ित किया जा रहा है और एक लड़की होना अभिशाप है…
और अंत में सबसे महत्वपूर्ण सवाल… क्या आकांक्षा को न्याय मिल पाएगा और जवाब यदि हां में है तो कब तक…। फिलहाल हमारा आपसे आग्रह कि इस वीडियो को लाइक और सब्सक्राइब करने के साथ-साथ शेयर जरूर करें ताकि पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों तक ही नहीं बल्कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का जयघोष करने वाले नेताओं तक यह वीडियो पहुंच जाए और आकांक्षा को न्याय मिल सके। रिपोर्ट उमेश लव की….